कालाढूंगी।रामनगर वन प्रभाग के अंतर्गत जंगलों में भी अब भीषण आग विकराल रूप लेती जा रही है। कालाढूंगी रेंज के नलनी बिट,देंचोरी रेंज की दाबका बिट,ओर बैलपड़ाव रेंज के जंगलो में भी भीषण आग की चपेट में हैं।जिससे वन संपदाओं का लाखों का नुकसान हो रहा है। इधर कालाढूंगी नैनीताल मार्ग के जंगलों में खुर्पाताल के पास जंगल की आग भी भीषण होती जा रही है। बताया जा रहा है कि आग अब आबादी की तरफ बढ़ने लगी है, जिससे ग्रामीण घबरा गये हैं और प्रशासन से मदद की गुहार लगा रहे हैं। एक सप्ताह पूर्व आग की वजह से नैनीताल जिला और मंडल मुख्यालय सहित आसपास के क्षेत्रों बिजली सप्लाई भी बाधित रही।जंगलों में आग लगना कोई नई बात नही है।हर साल हजारो हेक्टयर जंगल इस आग की भेंट चढ़ जाते हैं। दिलचस्प बात ये है ये आग सैकड़ो मील पहले कही शुरू होते हैं और धीरे धीरे महीनों तक अपना रास्ता बना लेते है। जब तक सरकार या प्रशासन की नींद टूटती है तब तक लाखो बहुमूल्य वृक्ष, जानवर लुप्तप्राय पेड़ पौधे, जीव-जंतु इसका शिकार हो चुके होते हैं। रामनगर वन प्रभाग के देंचोरी रेंज की दाबका बिट के जंगलों में इन दिनों भीषण आग से गांव में खतरा मंडराता देख ग्रामीण स्वयं ही आग बुझाने का प्रयास कर रहे हैं। जंगलों में आग लगने के कारण चारों और धुंआ होने से लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। इस धुंए से बीमार ग्रामीणों को सांस लेने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। विश्व के कई भागो में जंगलों में ऐसी भीषण आग लग चुकी है जिससे ना सिर्फ जंगल बल्कि पर्यावरण भी प्रदूषित होना लाजमी है।ये आग और धुआं मिलकर सेहत को कितना नुकसान पहुंचाते होंगे ये कहने की जरूरत नही उत्तराखंड में चीड़ के पेड़ आपको बेशुमार दिख जाएंगे इनके पत्ते मीलो दूर तक उड़ उड़ का पहुंचते है और ये सूखे पत्ते थोड़ी सी भी चिंगारी मिलने पर जलने लगते है।कभी ये चिंगारी कुछ शरारती तत्व देते है तो कभी बीड़ी, सिगरेट या भयानक गर्मी भी इसकी वजह हो सकते हैं दरअसल, ये पेड़ यहां की स्थानीय प्रजाति नही हैं।जब अंग्रेजों ने पहाड़ो पर अपनी ऐशगाह बनाई तब उनको ये ठन्डे मगर नंगे पहाड़ नही सुहाते थे। ऐसे में वो ब्रिटेन से इस तरह के पेड़ लाये जो बिना ज्यादा मेहनत किए जल्द फलता-फूलता था। एक बार ये पेड़ लगाने के बाद अपनी रख रखाव खुद कर सकता है और इसके बीज भी पेड़ो से छिटक कर खुद बखुद अपनी संख्या बढ़ाने में सहायक हैं
जंगलों में भीषण आग जिधर नजर डालेंगे आपको धुंवा ही धुंवा नजर आएगी जैसे जैसे गर्मी पढ़ती जा रही है जंगल में आग लगने से सूखे व हरे भरे पेड़ के धधकने के साथ साथ वन्यजीवों भी आग की चपेट में आ रहे है ।
अगर समय रहते वन विभाग और दमकल विभाग के कर्मियों के न पहुचने से ग्रामीणों में भी काफी आक्रोश है। रामनगर वन प्रभाग अंतर्गत वन क्षेत्राधिकारीयो का कहना है वन विभाग की टीमें लगाई गई है और आग बुझने में जुटी हुई है। तेज हवा के चलते आग बुझने में भी विभाग के कर्मियों को भी दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है वन क्षेत्र में लगी आग पर अधिकारीयो का कहना है वनों में लगी आग पर शीघ्र क़ाबू कर लिया जाएगा।