कालाढूंगी काँवर सेवा समिति शिव मंदिर व हनुमान मंदिर कुआडाट की ओर से आयोजित श्रीगणेश उत्सव का शुक्रवार को मूर्ति विसर्जन के साथ समापन हो गया। काँवर सेवा समिति के पदाधिकारियों व रिद्धालुओ ने स्थापित भगवान श्रीगणेश की मूर्ति का को दोपहर बाद यहाँ स्थित बोर नदी में विसर्जन किया गया। इस दौरान श्रद्धालुओं ने गणपति बप्पा मोरया के जयकारे लगाए। सुबह 11 बजे शिव मंदिर में भगवान श्रीगणेश के भक्तों की भारी भीड़ कोरोना को देखते हुए नही दिखी । श्रीगणेश की 5.6 फीट ऊंची मूर्ति के साथ श्रद्धालुओं नगर में शोभायात्रा निकाली। इस दौरान उन्हें मुख्य बाजार व मुख्य मार्गो मार्ग बाजार आदि स्थानों में भ्रमण करवाया गया। दोपहर बाद गणेश की मूर्ति को लेकर मेन हाइवे से होते हुए डाकबंगला पहंची जहाँ श्रद्धालुओं की टोली एक जगह जमा हुए इसके बाद बहा से आधा किमी दूर बोर नदी के लिए रवाना हुई। यहां बोर नदी के किनारे पहुंच कर श्रद्धालुओं ने भगवान श्रीगणेश के जयकारों के साथ उनकी मूर्ति को पूजा-अर्चना के साथ नदी में विसर्जित कर दिया। इससे पहले गुरुवार देर शाम को शिव मंदिर में भगवान श्री गणेश जी की आरती का भव्य आयोजन किया गया, जिसमें नहर के सैकड़ों श्रद्धालुओं ने भाग लिया। कार्यक्रम की शुरुआत सरस्वती वंदना से हुई श्री गणेश एवं भगवान शिव के भजन गाकर श्रद्धालुओं को झूमने पर विवश कर दिया। श्रद्धालुओं ने आजा, ओम नमो शिवाय, मैं तो कहूं बजाकर ढोल आदि शानदार भजन गाकर भक्तों को झूमने पर विवश कर दिया। विशेषकर महिला श्रद्धालुओं में इस आयोजन को लेकर काफी उत्साह देखा गया। अंत में जय गणेश जय गणेश देवा, पान चढ़े, फूल चढ़े और चढ़े मेवा गाकर समारोह का समापन किया। इस मौके पर भक्तों ने भगवान की आरती करने के साथ-साथ श्री गणेश को भोग भी लगाया। इस दौरान महेश शर्मा, दीपक वनोला नगर पंचायत अध्यक्ष पुष्कर कत्यूरा, पूर्व नगर पंचायत अध्यक्ष दीप चंद्र सती, राजेन्द्र सिंह नेगी, रविन्द्र दिगारी, कुंजन अग्रवाल, ललित मोहन कांडपाल, प्रेम चंद मित्तल, अभिषेक मित्तल, हरीश मारबाड़ी, जगत सिंह जीना, विपुल अग्रवाल, लक्की पाल, चंद्रदीपक बनोला, शेखर कांडपाल, मोहन सिंह बिष्ट, काम शर्मा, जीवन, हर्षित, राहुल, ऋतिक, कमल मेहरा, चंदन गुप्ता, गोरी संकर मरबाड़ी, रवि पाल, गुड्डू चौहान , जग्गू जीना, गोविंद पांडेय, दीपक मित्तल, विकाश कश्यप, महेश तिवारी, कुबेर नेगी, सचिन गुप्ता, आदि मौजूद रहे।