स्वच्छता अभियान के दौर में सरकारी अस्पतालों के आसपास लगा है गंदगी का अंबार
रिपोर्ट मुस्तज़र फारूकी
कालाढूंगी प्रदेश के साथ पूरे देश में पूरे जोर-शोर से चल रहे स्वच्छता अभियान के दौर में भी सरकारी अस्पतालों के अगल-बगल परिसरों में गंदगी का अंबार लगा रहता है साथ ही परिसर में एक्सपायर दवाओं को कुड़े में जलाया जाता है बही वार्ड 4 में पड़ने बाले समुदाय स्वास्थ्य केंद्र से सटे मस्जिद है जहाँ दवाओं को आग के हवाले किया जाता उस जगह पर मस्जिद मदरसा है जिसमे तालीम कर रहे दर्जन भर बच्चो को उस जहरीले धुँआ के दुगन्ध का सामना करना पड़ता है और नमाज़ के बक्त नमाजियों को भी जलती एक्सपायर दवाओं के उठते धुंआ से भारी परेशानीयो का सामना करना पड़ता है जिसकी शिकायत मोती मस्जिद के मौलाना फिरासत अली ने सीएमओ की है और इसके अलावा भी यहाँ बगल में बने बैठने के स्थान झाड़ियों से पटी रहती है लेकिन समुदाय स्वास्थ्य केंद्र के जिम्मेदारों को स्वच्छता अभियान का मतलब नहीं समझ में आ रहा है जिससे उक्त स्थान पर जिम्मेदारों की नजरें नहीं पड़ रही है ना ही वहां स्वच्छता अभियान संबंधित कोई कार्यवाही की जा रही है ।जिससे परिसर में गंदगी के ढेर को साफ सुथरा करा कर सरकारी अस्पताल को स्वच्छ सुंदर बनाया जाए ।प्राप्त सूचना अनुसार समुदाय स्वास्थ्य केंद्र के परिसर में गंदगी का अंबार लगा हुआ है। इसके साथ ही अस्पताल परिसर में झड़ियों के तरफ बैठने के बने स्थान भी झाड़ियों से पटा पड़ा है लेकिन अस्पताल प्रभारी को इससे कोई लेना-देना नहीं है ना ही उनको कोई सफाई का मतलब समझ में आता है वही पूरब तरफ बने आवास की तरफ झड़ियों व कूड़े से बुरा हाल है । लेकिन किसी को कोई चिंता नहीं है जब अस्पताल के बाहर यह हाल है तो अस्पताल के अंदर क्या हाल होगा तथा कितना सफाई का ध्यान दिया जाता होगा इसका अंदाजा लगाया जा सकता है।बतादें कि जहां मामला स्वास्थ्य से जुड़ा है। और अस्पताल में आने जाने वाले मरीजों को अपने घर के अंदर सफाई करके घर को स्वच्छ व सुंदर बनाने की बात कही जा रही जिससे स्वस्थ रहा जा सके। लेकि जहां इंसान की जिंदगी और मौत का फैसला होता है। वहां सफाई को देखते हुए दोषियों के विरुद्ध कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है जिसे सरकार की स्वच्छ भारत स्वच्छ भारत के सपनों को पूरा

