रिपोर्टर अतुल अग्रवाल हल्द्वानी
हल्द्वानी कल शुक्रवार को ज़िले में बन्द रहेंगी शराब की दुकानें सरकार की नीतियों के खिलाफ शराब कारोबारियों ने लिया निर्णय
आज हल्द्वानी के एक प्रतिष्ठित रेस्टोरेंट में जिला नैनीताल एवं जिला उधम सिंह नगर के शराब कारोबारियों की एक मीटिंग की हुई जिसने यह फैसला लिया गया कि सरकार के बदलते फैसले को लेकर 15 मई से सभी शराब की दुकानें बंद रहेंगी

शराब कारोबारियों का कहना है कि लॉक डाउन की वजह से राजस्व नहीं आ रहा है वहीं सरकार आबकारी नियमों को अपनी मनमर्जी के अनुसार समय-समय पर बदलाव कर रही है शराब कारोबारियों का कहना है कि पहले सुबह 10:00 बजे से रात्रि 10:00 बजे तक शराब की दुकानें खोली जाती थी जिसमे खासी बिक्री होती थी लेकिन सरकार के आदेश अनुसार प्रातः 7:00 बजे से 4:00 बजे तक की दुकानें खोलने की अनुमति है
शराब कारोबारियों ने कहा कि व्यक्ति सुबह उठकर पूजा-पाठ करेगा या सवेरे होते हैं शराब की दुकान में लाइन लगायेगा वहीं दूसरी ओर व्यापारियों का कहना है कि राज्य सरकार के द्वारा कोविड 19 टैक्स लगा दिया गया है और सरकार ने यह भी कहा है कि शराब कारोबारियों के द्वारा ये टैक्स पहले जमा किया जाए पूर्व में शराब की दुकानों के साथ कैन्टीन होती थी अब सरकार के द्वारा दुकान के साथ कैन्टीन प्रतिबंधित कर दी गई है जिसके कारण शराब की बिक्री पर खासा असर पड़ा है वही शराब कारोबारियों ने सरकार से यह मांग भी रखी सरकार बिक्री के अनुसार ही राजस्व ले पहले से शराब कारोबारियों से सरकार राजस्व लेती आ रही है
यह प्रावधान को भी सरकार समाप्त करें शराब कारोबारियों का कहना है कि अब राज्य में शराब का कारोबार करना बहुत ही कठिन प्रणाली के साथ लागू कर दिया गया है सरकार बार-बार अपने नियमों में बदलाव कर शराब कारोबारियों का उत्पीड़न कर रही है जिससे शराब कारोबारियों में असंतोष व्याप्त है सरकार के बदलते नियमों के खिलाफ कल चेक शराब कारोबारियों ने कल से सभी शराब की दुकानें बंद रखने का ऐलान किया है वहीं दूसरी ओर सरकार के समक्ष अपनी बातें रखने की भी बात कही है
शराब कारोबारियों का कहना है कि यदि सरकार अपने नियमों में बदलाव नहीं लाती है तो शराब कारोबारियों को आगे की रणनीति बनाने के लिए बाध्य होना पड़ेगा जिसके पूर्ण जिम्मेदारी प्रदेश सरकार की होगी शराब व्यवसाईयों का कहना है कि 22 मार्च से दुकान बन्द होने पर उनको काफी नुकसान हुआ है जबकि वर्ष 2019,2020 का माल अभी तक नहीं बिक सका था, ऊपर से नए वित्तीय वर्ष में जबरन शराब की दुकान को खोलने का दबाव आबकारी विभाग द्वारा बनाया जा रहा है सरकार ने इस वित्तीय वर्ष में शराब से करीब 36 सौ करोड़ रुपए के राजस्व का लक्ष्य रखा है,
इसको पूरा करना बेहद मुश्किल है क्योंकि जिस तरह से सरकार ने शराब में 5 रुपये से लेकर 250 रुपये तक का कोविड टैक्स लगाया है, उससे शराब की बिक्री पर असर पड़ा है
वही आबकारी विभाग का कहना है कि शराब की दुकानों के बंद होने से करोड़ों रुपए के राजस्व का नुकसान होगा आबकारी विभाग और प्रशासन के लोगों की शराब व्यवसाई से बातचीत हो रही है और जिसका एक सकारात्मक हल निकाला जाएगा।
