
संपादक मुस्तज़र फारूकी कॉर्बेट बुलेटिन
कालाढूंगी। शासन ने आठ जून से धार्मिक स्थल, शॉपिंग मॉल, होटल, खोलने के आदेश जारी कर किए थे। इसको लेकर शुक्रवार कालाढूंगी तहसील सभागार में सभी धर्म गुरुओं के साथ धर्मस्थलों को खोले जाने को लेकर बैठक हुई। एसडीएम गौरव चटवाल व सीओ पंकज गौरेला ने सभी धर्मगुरुओं की एकराय पर निर्णय लिया कि आगामी 30 जून तक पूर्व की भांति सभी मंदिर, मस्जिद, गुरुद्वारा, चर्च पूरी तरह से बंद रहेंगे सभी धर्मगुरुओं के साथ एसडीएम चटवाल सीओ पंकज गौरेला व थाना अध्यक्ष दिनेश नाथ महंत नगर पंचायत ईओ प्रतिभा कोहली ने बैठक की। लेकिन धार्मिक स्थलों में नियमों के पालन को लेकर कोई आश्वस्त नहीं कर सका। इसके बाद सभी धर्मगुरुओं की सहमति से धार्मिक स्थल बंद रखने का निर्णय लिया गया। तहसील सभागार में सभी धार्मिक स्थलों के प्रतिनिधियों की बैठक बुलाई गई। बैठक में एसडीएम चटवाल ने धार्मिक स्थलों को खोलने को लेकर सरकार द्वारा जारी गाइडलाइन से अवगत कराकर रायशुमारी की। बैठक में अधिकारियों ने बताया कि धार्मिक स्थलों पर आने-जाने वाले लोगों का ब्योरा रखने के साथ ही धार्मिक स्थलों पर सोशल डिस्टेंसिंग, मास्क और हाथों को सैनिटाइज करना जरूरी होगा। साथ ही अन्य एहतियात अपनाने होंगे। अंत में सभी लोगों ने यथास्थिति बनाने के साथ ही 30 जून तक धर्म स्थलों को बंद रखने का निर्णय लिया है। तहसील सभागार में हुई बैठक में धर्मगुरुओं ने कहा कि धार्मिक स्थलों में पांच लोगों के प्रवेश की इजाजत व्यवहारिक नहीं है। पूजा पाठ,शबद कीर्तन, चर्च में प्रार्थना व नमाज में वक्त लगता है, अगर बाहर खड़े श्रद्धालुओं व नमाजियों को इंतजार करने के चलते अंदर के श्रद्धालुओं को बाहर निकालना उचित नहीं होगा। साथ ही संबंधित थाने को लिखकर देना होगा कि हम नियमों का पालन करते हुए धार्मिक स्थल खोल रहे हैं लेकिन, धार्मिक स्थलों पर आस्था के चलते भीड़ अचानक उमड़ जाती है। ऐसे कोविड-19 के नियमों का उल्लंघन होगा। अधिकारियों ने सभी का पक्ष सुनने के साथ ही दो हफ्ते के बाद इस पर फिर से विचार करने के लिए कहा। इसके अलावा व्यापार मंडल अध्यक्ष मयंक मेहरा ने बैठक में एसडीएम के समक्ष अपना सुझाव देते हुए मंगलवार की साप्ताहिक बंदी का निर्णय लेने की बात रखी इस दौरान नगर पंचायत अधिशासी अधिकारी, प्रतिभा कोहली, जामा मस्जिद सदर वकील अहमद, इमाम मुफ्ती असरार अहमद, मोती मस्जिद सदर हाजी जलील अहमद, इमाम कारी फिरासत अली, मदीना मस्जिद सदर शराफत कुरैशी, इमाम हाफिज शाहिद अली, हाफिज इमामुद्दीन, हाजी इस्लाम, अमरीक सिंह, गुरमीत सिंह, नंद राम, मो, मेहताब, हाकम सिंह, ललित मोहन कांडपाल, मो, रज्जाक
दर्जनो धर्मगुरु मौजूद थे।


