ब्यूरो रिपोर्ट ज़ाकिर अंसारी हल्द्वानी
हल्द्वानी में आज पहुंचे,मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, जहां सीएम ने, नकल विरोधी कानून की, आभार रैली में किया प्रतिभाग। हल्द्वानी युवा मोर्चा कार्यकर्ताओं ने, मुख्यमंत्री का फूल मालाओं के साथ, जोरदार स्वागत किया। मुख्यमंत्री ने युवाओं को संबोधित करते हुए कहा की,नकल विरोधी कानून बनाने के पीछे, सरकार की मंशा युवाओं के भविष्य को बेहतर करना है।
देश में उत्तराखंड पहला राज्य है। जहां सबसे कठोर नकल विरोधी कानून बना है। हम युवाओं के लिए,प्रतियोगी परीक्षाओं को और भी, पारदर्शी बनाने के लिए,समूह ग की भर्तियों में, साक्षात्कार खत्म करने का निर्णय ले रहे हैं। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस दौरान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि, आपके हिस्से की सफलता का कोई और लाभ न उठा सके, इसके लिए हम कड़े से कड़ा सरकार यह निर्णय लेने जा रही है।
सीएम ने कहा समूह ग की कोई भी परीक्षा, चाहे वह लोक सेवा आयोग से बाहर की हो, या लोक सेवा आयोग के द्वारा, कराई जा रही हो। सभी परीक्षाओं में साक्षात्कार की व्यवस्था तत्काल प्रभाव से, समाप्त कर दी जाय। उन्होंने कहा कि इसमें तकनीकी और गैर तकनीकी पद भी सम्मिलित होंगे। अर्थात जेई जैसे तकनीकी पदों में भी, साक्षात्कार की व्यवस्था पूर्ण रूप से समाप्त कर दी जाएगी। हमारी सरकार यह भी निर्णय लेने जा रही है।
उच्च पदों में जहाँ साक्षात्कार आवश्यक हो। जैसे पीसीएस या अन्य उच्च पद, वहाँ भी साक्षात्कार का प्रतिशत कुल अंकों के, 10 प्रतिशत से ज्यादा न रखा जाय। सीएम धामी ने कहा कि इसके अतिरिक्त समय समय पर, ऐसी भी शिकायतें मिलती है कि,साक्षात्कार में किसी को बहुत ज्यादा अंक दिये गये। या किसी अभ्यर्थी को बहुत कम अंक दिये गये।
इसके लिए हमारी सरकार के पास, नौजवानों व विभिन्न संस्थाओं की तरफ से,विभिन्न सुझाव आते रहे हैं कि, साक्षात्कार के अकों को भी पारदर्शी प्रक्रिया के तहत ही, अभ्यर्थी को दिये जाने की व्यवस्था की जानी चाहिए।
इसलिए इन सुझावों पर अमल करते हुए। हमारी सरकार यह निर्णय भी लेने जा रही है कि, साक्षात्कार में किसी भी अभ्यर्थी को, 40 प्रतिशत से कम और 70 प्रतिशत से अधिक अंक दिए जाते हैं तो, साक्षात्कार लेने वाले व्यक्ति या बोर्ड को इसका स्पष्ट कारण बताना होगा। अब किसी भी प्रकार की मनमानी नहीं चलेगी।