डॉल्फिन कम्पनी में सभी मज़दूरों की तत्काल स्थायी कार्यबहाली करो।उत्तराखंड सरकार मज़दूरों के श्रम अधिकारों को लागू करो। कम्पनी मालिक प्रिंस धवन अपना अड़ियल रुख छोड़ो।बुद्ध पार्क तिकोनियाँ, हल्द्वानी (उत्तराखंड) में परिवर्तनकामी छात्र संगठन (पछास), प्रगतिशील महिला एकता केन्द्र, क्रांतिकारी लोक अधिकार संगठन और प्रगतिशील भोजनमाता संगठन ने संयुक्त रूप से डॉल्फिन कम्पनी सिडकुल पंतनगर (उत्तराखंड) में मज़दूरों की कार्यबहाली ना करने व बुनियादी श्रम कानून लागू ना करने के विरोध में सभा कर उत्तराखंड सरकार और डॉल्फिन कम्पनी मालिक का पुतला दहन किया।इस दौरान वक्ताओं ने कहा डॉल्फिन कंपनी के मजदूर अपनी जायज मांगों को लेकर गाँधी पार्क रुद्रपुर में पिछले 7 दिनों से आमरण अनशन पर बैठे 6 मजदूरों में से पिंकी गंगवार और कृष्णा देवी की हालत बहुत नाजुक बनी हुईं है। पिंकी गंगवार चक्कर आने से बार-बार बेहोश हो जा रहीं हैं, उल्टियां कर रहीं है। किन्तु स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा लम्बे समय तक उनका मेडिकल परीक्षण नहीं किया गया। काफी हालात बिगड़ने पर टीम आयी। अभी भी रूटीन चेकअप के लिए मेडिकल टीम नहीं आ रही है। जो कि घोर लापरवाही है और अनशन कारी महिलाओं के साथ में कभी भी अप्रिय घटना घटित हो सकती है |आगे कहा कि अब वो बहुत अधिक कमजोरी जरूर महसूस कर रहीं हैं और उनका इस समय स्वास्थ्य चाहे बहुत ख़राब हो किन्तु उनका संकल्प और होंसला बिल्कुल भी कमजोर नहीं हुआ है और आख़िरी सांस तक लड़ेंगी। उन्होंने भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी को खुला पत्र लिखकर अवगत कराया है कि उनकी डबल इंजन की सरकार में ऐसा रामराज्य क़ायम हो चूका है कि हम मजदूर महिलाओं को बुनियादी श्रम कानूनों को लागू कराने की मांग को लेकर आमरण अनशन पर बैठना पड़ रहा है।प्रदेश के श्रम मंत्री/मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी जी मजदूरों के प्रति बुरी तरह से लापरवाह, बेदर्द और निरंकुश बने हुए हैं। हमारे श्रममंत्री जी के पास मजदूरों से मिलने के लिए बिल्कुल भी समय नहीं है और कंपनी मालिकों के लिए समय ही समय है। पिंकी गंगवार जीवन से बहुत ज्यादा प्यार करती हैं। वह मजदूर भाई-बहनों के अधिकारों की रक्षा के लिए अपने प्राण भी देने के लिए तैयार है। ऐसे में उन्होंने मांग करी है कि “मुझे कुछ हो गया तो अपनी इस बहिन की अंतिम इच्छा को पूर्ण करते हुए मेरा अंतिम संस्कार सूबे के श्रम मंत्री पुष्कर सिंह धामी जी के खटीमा स्थित आवास पर ससम्मान करना सुनिश्चित करें।”वक्ताओं ने कहा कहा कि डॉल्फिन के मजदूर भी देश के नागरिक हैं। वह देश को आगे बढ़ाने में अपना योगदान दे रहे हैं। उनके अधिकारों की रक्षा करके ही हम देश के मजदूर-मेहनतकशों की रक्षा कर सकते हैं। आमरण अनशन कारियों की प्राण रक्षा हेतु 28 अक्टूबर 2024 को गाँधी पार्क रुद्रपुर में दोपहर 2:00 बजे से श्रमिक संयुक्त मोर्चा उधमसिंह नगर, संयुक्त किसान मोर्चा, डॉल्फिन मजदूर संगठन और अन्य सामाजिक संगठनों, सामाजिक कार्यकर्ताओं द्वारा मजदूर-किसान पंचायत का आयोजन किया जा रहा है। जिसमें डॉल्फिन-लुकास-हैंकल सहित सभी पीड़ित मजदूरों को न्याय दिलाने को आवाज़ बुलंद होगी। उसके बाद भी रुद्रपुर प्रशासन, उत्तराखंड सरकार व डॉल्फिन कम्पनी मालिक इन मांगों को नहीं मानेंगे तो हम उग्र आंदोलन करने को बाध्य होंगे। इसका जिम्मेदार शासन-प्रशासन होगा।इस दौरान कार्यक्रम में रजनी जोशी, महेश, टीकाराम पाण्डेय, मुकेश भण्डारी, पुष्पा कुडाई, हेमा तिवारी, कौशल्या पपनै, दुर्गा देवी, भावना, रेखा, मंजू, शान्ति, मल्का रानी, जानकी भट्ट, हीरा देवी सहित अनेक लोग मौजूद थे।