मुस्तजर फारूकी
कालाढूंगी। नैनीताल से घूमकर जा रहे हापुड़ निवासी की पर्यटकों की महिंद्रा कार कालाढूंगी नैनीताल मार्ग मे लाल मिट्टी के निकट डाकबंगला नैनीताल तिराहे एक किमी दूर पर्यटकों की कार असंतुलित होकर फिल्मी अंदाज में अनियंत्रित होकर विशाल के पेड़ से जा टकराने के बाद कार के परखच्चे उड़ गए। दुर्घटना में कार में सवार 5 लोग घायल हो गए। जबकि कार में सबार दो बच्चे कम उम्र को मामूली चोट आई है। जबकि 5 सैलानी में 3 महिला 2 पुरुष घायलो को चीख पुकार सुन नैनीताल से लौट रहे ब्लॉक प्रमुख रवि कन्याल ने घायलों को अपनी निजी कार से कालाढुंगी हॉस्पिटल पहुँचाया प्रमुख रवि कन्याल ने 108 सेवा व पुलिस को इस घटना की जानकारी दी जिनके बाद फोन कर रवि कन्याल के द्वारा 108 सेवा व अस्पताल के स्टाफ को इस घटना की जानकारी दी तो उनको फोन पर जाबाब मिला कि यहाँ हॉस्पिटल में कोई नही है सब छुट्टी पर है। जिसके बाद रवि कन्याल द्वारा कालाढूंगी अस्पताल लाया गया जिनमे डाक्टर ने प्राथमिक उपचार के बाद हालत गंभीर देखते हुए स्थानीय अस्पताल से हल्द्वानी हायर सेंटर रेफेर किया गया है। इस दुर्घटना में कार सवार 5 सैलानी घायल हो गए जानकारी के अनुसार कार संख्या यूपी 37 के 1616 से पर्यटक सोमवार को नैनीताल घूमकर घर बापस जा रहे थे। इसी बीच उनकी कार नैनीताल मार्ग में लाल मिट्टी के समीप तीखे मोड़ पर असंतुलित होकर पेड़ से टकराकर कार के परखच्चे उड़ एयर वेग तक खुल गए कार में सवार 5 पर्यटक घायल हो गए जिनम एक बच्चा उम्र 12 प्रशांत बाल बाल बच गए इनके उनके ड्राइवर अरूण भी बाल बाल बचे है उनको किसी तरह की कोई चोट नही है कार ड्राइवर अरूण ने बताया कार का स्टेरिंग लॉक हो जाने के कारण कार पेड़ से जा टकराई । दुर्घटना में कार में सबार मोनिका उम्र 38 निवासी हापुड़ मोनू 26 निवासी हापुड़, पूजा उम्र 23 निवासी हापुड़, गुनगुन उम्र 17 निवासी हापुड़ हेमा उम्र 16 गंभीर रूप से घायल हो गए। जिन्हे आपातकालीन 108 सेवा की मदद से सभी घायलों को हल्द्वानी हायर सेंटर रेफेर हॉस्पिटल लाया गया। जहा सभी का उपचार चल रहा है दुर्घटना के बाद हाईवे पर देखने बालो का जमाबड़ा लग गया। थानाध्यक्ष राजीवर सिंह ने मय फोर्स मौके पर पहुंच घटनास्थल का जायजा लिया । पुलिस ने दुर्घटना वाहन को अपने कब्जे मे ले लिया है
बॉक्स
[ कालाढूंगी ब्लॉक प्रमुख रवि कन्याल ने कहा कि विधासभा के कालाढूंगी का मुख्य सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जो आज भी रेफर सेंटर बना हुआ है। अलग विधानसभा बनने के बाद सुधार आने के बजाए यह खुद बी इस अस्पताल को 20 साल पहले सीएचसी का दर्जा तो दे दिया गया लेकिन सीएचसी की जो सुविधाएं मिलनी चाहियें थीं उसके लिए यहां से प्रतिनिधित्व करने वालों ने भी कभी आवाज नही उठाई। जिसका खामियाजा क्षेत्रीय जनता को भुगतना पड़ रहा है। रवि कन्याल ने कहा कि 20 साल का समय बीत गया लेकिन यह सीएचसी आज भी कई डॉक्टर सहित कई स्टाफ और उपकरणों के आभाव में सिर्फ रेफर सेंटर बना हुआ है। यहां कुछ डॉक्टर व कुछ स्टाफ तो है मगर चिकित्सकीय उपकरण आज तक नही दिए जा सके हैं जिस कारण यहां आने वाले मरीज भी अब मजबूरन प्राइवेट चिकित्सकों की और रुख करने लगे हैं तो गंभीर स्तिथि को देख हल्द्वानी को दौड़ रहे हैं। सरकार व यहां से नेतृत्व करने वाले जनप्रतिनिधियों की इस सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रति इस कदर बेरुखी के कारण ही इसकी बेकद्री होती जा रही है।