कालाढूंगी पुलिस की कमियों को उजागर करना पड़ा भारी
पत्रकार पर पुलिस ने किया झूठा मुकदमा।
कालाढूंगी। कालाढूंगी पुलिस के काले कारनामे, चैकिंग के नाम पर अवैध वसूली की खबरों को प्रकाशित करते रहना एक पत्रकार पर भारी पड़ गया। कालाढूंगी पुलिस उक्त पत्रकार पर झूठे मुकदमे दर्ज कर सच की आवाज दबाने का प्रयास कर रही है। कालाढूंगी पुलिस उक्त पत्रकार के खिलाफ फर्जी मुकदमा दर्ज करने में जरा सी भी देरी नही लगती न ही जांच करने की जहमत करती है। इसी क्रम में कालाढूंगी के एक साप्ताहिक समाचार पत्र के संपादक मुस्तज़र फारूकी पर इस तरह के फर्जी मुकदमें पुलिस लगाती रही है। कल 02 अप्रैल 2022 का ही एक नया मामला सामने आया है। पुलिस का कहना है कि उसकी पत्नी ने 02 अप्रैल को थाने आकर बताया कि 01 अप्रैल को मुस्तजर फारूकी ने उनको जबरन रोका, गाली गलौच करने, कपड़े फाड़ने का आरोप लगाया है। पुलिस ने बिना जांच किये ही मुकदमा दर्ज कर डाला, जबकि वो खुद 1 अप्रैल को कालाढूंगी में मौजूद नहीं थे। मुस्तजर फारूकी ने डीआईजी व एसएसपी से उक्त मामले की निष्पक्ष जांच करने की मांग की है।वार्ड सभासद पति मुस्तज़र फारूकी का कहना है कि अगर इस मामले में निष्पक्ष जांच नही हुई तो तहसील के आगे धरना प्रदर्शन किया जाएगा, फारूकी ने बताया उनकी पत्नी के साथ 3 साल से तालाक संबंधित कोर्ट मे विचाराधीन है।