आफताब को तत्काल में दी जानी चाहिए श्रद्धा से भी ज्यादा भयंकर मौत
अंजुम कादरी की कलम से ✍🏻
ज़ाकिर अंसारी संपादक कॉर्बेट बुलेटिन न्यूज़ हल्द्वानी
मन विचलित है मेरा। इसीलिए सभी अभिभावकों से विनम्रता पूर्वक दोनों हाथ बांधकर अनुरोध कर रही हूं। अपने बच्चों पर बहुत ध्यान देना सीखोे। बेटियों पर ही नहीं बेटों की तरबियत पर भी बहुत ध्यान देने की जरूरत है। क्योंकि जितनी भी घटनाएं घट रही है वह सिर्फ बेटी नहीं घटा रही बेटों का 80 पर्सेंट योगदान नजर आ रहा है।
मुंबई महाराष्ट्र की बेटी श्रद्धा हत्याकांड को लेकर देशभर में गुस्सा है। लिव-इन पार्टनर आफताब द्वारा दिल्ली में श्रद्धा की नृशंस हत्या किए जाने के बाद उसे फांसी देने की मांग की जा रही है। हिंदूवादी संगठन हत्याकांड को लेकर लगातार विरोध दर्ज करा रहे हैं। पूरे मामले को लेकर अब श्रद्धा के पिता ने बड़ा आरोप लगाया श्रद्धा के पिता ने कहा कि पूरा मामला लव जिहाद का है ।
उन्होंने सरकार से आफताब को फांसी दिए जाने की मांग की है। श्रद्धा के पिता विकास वाकर ने कहा कि मामले में लव जिहाद का एंगल है। उन्होंने कहा कि श्रद्धा अपने चाचा के ज्यादा करीब थी । मुझ से ज्यादा बात नहीं करती थी । श्रद्धा के पिता ने कहा कि वह कभी आफताब के टच में नहीं रहे उन्होंने बताया कि उन्होंने आफताब के खिलाफ पहली f.i.r. मुंबई के वसई में की है। आरोपी आफताब के लिए फांसी की सजा मांगते हुए श्रद्धा के पिता ने कहा कि उन्हें दिल्ली पुलिस पर पूरा भरोसा है। आरोपी आफताब कि दिल्ली पुलिस ने शुरुआती जांच में पाया कि आफ़ताब पूनावाला एक फूड ब्लॉगर था ।
जो दिल्ली के एक कॉल सेंटर में काम करता था। पुलिस ने बताया कि आरोपी आफताब और श्रद्धा 2019 मैं मिले थे। 2022 में दिल्ली शिफ्ट हुए मुलाकात के बाद दोनों कुछ दिन मुंबई में रुके जिसके बाद यह दोनों अक्सर ट्रिप पर जाते थे । पुलिस ने जांच में पाया कि दोनों के बीच लगातार लड़ाई होती रहती थी। 6 माह पूर्व हुई इस हत्याकांड का खुलासा करते हुए दिल्ली पुलिस ने बताया कि श्रद्धा के पिता विकास बाकर ने महाराष्ट्र पालघर मैं श्रद्धा की गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराई थी। श्रद्धा से उसके दोस्तों का कोई कांटेक्ट नहीं हो पा रहा है श्रद्धा का फोन भी बंद आ रहा है । उन्होंने आफताब और श्रद्धा के रिलेशनशिप के बारे में भी बताया। आफताब केस की अंतिम लोकेशन दिल्ली में पाई गई जिसके चलते केस दिल्ली पुलिस को ट्रांसफर कर दिया गया। हत्याकांड का पर्दाफाश दिल्ली पुलिस ने बताया कि जांच के दौरान उन्हें दोनों के दिल्ली के छतरपुर में होने की जानकारी मिली गई।
और आफताब को गिरफ्तार कर लिया गया जिसके बाद आफताब ने हत्या के सारे राज खोल दिय। पुलिस को बताया कि श्रद्धा उसे शादी के लिए फोर्स कर रही थी जिसके कारण आए दिन दोनों में कहासुनी और मारपीट होती थी। 18 मई को भी दोनों के बीच लड़ाई हुई आफताब ने बताया यह अंतिम लड़ाई थी इसके बाद मैंने श्रद्धा की हत्या कर दी और उसकी बॉडी को 35 भागों में बांटकर फ्रिज में रख दिया। इस दौरान किसी को हत्या का शक ना हो इसलिए वह श्रद्धा का की हत्या के बाद 18 दिन तक वह रोज रात के 2:00 बजे के लगभग श्रद्धा के काटे हुए टुकड़े दिल्ली के आसपास के जंगलों में फेंका था। आरोपी ने बताया कि वह और श्रद्धा दोनों एक ऐप के जरिए मिले थे जिसके बाद दोनों करीब 3 साल तक रिश्ते में रहे फिलहाल दिल्ली पुलिस ने धारा 302 और 201 के तहत गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। पिता की शिकायत पर शुरू हुई थी जांच। पुलिस ने बताया कि श्रद्धा और आफताब दोनों मार्च-अप्रैल में हिल स्टेशन पर घूमने जा जाया करते थे दोनों कुछ दिन पहले ही हिमाचल प्रदेश गए थे जहां दोनों एक आदमी से मिले थे जो दिल्ली के छतरपुर में रहता था जिसके बाद गए दिनों दिल्ली में कुछ दिन उसी व्यक्ति के घर पर रहे जिसके बाद आफताब ने हत्या करने के कुछ दिन पहले ही छतरपुर में एक फ्लैट किराए पर ले लिया था पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि कहीं आरोपी आफताब ने छतरपुर में फ्लैट श्रद्धा की हत्या करने के पूरे प्लान के तहत तो नहीं लिया था।
पुलिस ने बताया कि आफताब एक फूड ब्लॉगर था स्टाग्राम पर उसके 28000 फॉलोअर्स है लेकिन आफताब ने फरवरी के बाद इंस्टाग्राम पर कोई पोस्ट नहीं की। पुलिस ने यह भी बताया कि कुछ समय के लिए दोनों ने साथ में कॉल सेंटर में काम भी किया था। यह सारी जांच होने के बाद दोषी सिर्फ आफताब नहीं है ना ही मरने वाली सिर्फ श्रद्धा है बल्कि सवाल भारत की लचीली परवरिश पर उठ रहा है। श्रद्धा के पिता अगर शुरू से ही ऐसे ही f.i.r. करते और अपनी बेटी पर नजर रखते हैं तो शायद आज श्रद्धा की लाश 35 टुकड़ों में ना बैठी होती और यदि आफताब के पिता और उसके अभिभावक उसकी सही परवरिश किए होते तो शायद आज वह इस तरह से मुंह काला करके ना बैठा होता जरूरत है बेटियों की परवरिश से भी ज्यादा बेटों की परवरिश पर ध्यान देना आजकल फ्रैंक माहौल है मां-बाप सोच रहे हैं बच्चे कुछ भी करें कोई परेशानी नहीं लेकिन ऐसे मां बाप के लिए मेरे यही कठोर शब्द रहेंगे यह हमारा अखंड भारत है इसको अपनी लचीली परवरिश देकर खंडित मत कीजिए इस के टुकड़े मत कीजिए इसको लव जिहाद के विटनेस बॉक्स में मत खड़ा कीजिए यह हमारा अखंड भारत हर धर्म का पवित्र भारत सबसे महान भारत हमें बहुत प्यारा है
इसलिए बार-बार कहा जा रहा है अपने कलम की रिहाई को बार-बार कोरी स्लेट पर बिखेर कर यही समझाने की कोशिश कर रहे हैं अब नहीं जागोगे तो कब जागोगे अपने बच्चों की सही परवरिश कीजिए सरकार को कानून को संविधान को मत खोजिए खुद डिसिप्लिन बना कर चलिए यदि श्रद्धा पर गर्जन की कमांड होती तो क्या श्रद्धा 6 महीने घर से बाहर इस तरह रह पाती यदि आफताब पर परिवार की कमांड होती तो क्या आफताब किसी भी लेडी को गलत नजर से देख पाता जरूरत है
बच्चों का सही मार्गदर्शन करने का खूब पढ़ाइए खूब लिखा है लेकिन सबसे ज्यादा जरूरी है अपने बच्चों का ब्रेनवाश करने की उनमें संस्कृति भरने की उनमें शर्म हया भरने की उनमें बड़ों का आदर करने की उनमें ऐसे गुण भर दीजिए ऐसा कोई भी केस आगे से नजर ना आए जय हिंद जय संविधान जयवीर और वीरांगना जय भारत