कालाढूंगी। इन दिनों सूर्य देवता ने अपनी किरणों का प्रचंड रूप दिखाना शुरू कर दिया है। कालाढूंगी क्षेत्र के बच्चों व युवाओं से लेकर बुजुगों ने तो गर्मी से बचने के लिए कालाढूंगी स्थित सिंचाई विभाग की कैनाल नहर का सहारा लेना शुरू किया हुआ है। नहर के दोनों ओर भारी संख्या में लोगों को नहाते हुए और कपडे़ धोते हुए देखा जा सकता है। दिन भर बच्चे, युवा व अन्य लोग इस नहर में नहा कर गर्मी दूर भगाने का प्रयास करते आम तौर पर देखे जा रहे हैं। सुबह करीब 9 बजे के बाद ही सूर्य देवता अपनी प्रचंड किरणों का तांडव दिखाना शुरू कर देते हैं। जिसके चलते दोपहर के समय लोगों ने जहां अपने घरों व कार्यालयों से निकलना तक बंद कर दिया है। दोपहर के समय तो हर कोई गर्मी से बचने के लिए अपने मुंह पर कपड़ा बांधकर आते-जाते दिखाई दे जाता है। वहीं दोपहर के समय लू भी चलने लगी हैं। चिलचिलाती धूप व लू के थपेड़ों से लोगों का हाल-बेहाल हो गया है। बाजारों में भी खरीदारी करने के लिए आने वाले लोग गर्मी से बचने के लिए अपने शरीर को ढककर चलना ही उचित समझ रहे हैं। लोग अपने घरों से छोटे बच्चों को भी नहीं निकलने दे रहे हैं।
कालाढूंगी। गर्मी से राहत पाने के लिए नहाना तो ठीक है, लेकिन क्या जान जोखिम मे डाल नहाना क्या ठीक है आमतौर पर इस नहर की गहराई 6 फीट है, और नगर में लगभग 3 फीट की ऊॅचाई तक पानी बहता है। कहीं कहीं पर नहर 8 से 10 फीट गहरी भी है। इस नहर पर कोई आपातकालीन बचाव प्रबंध तो दूर की बात है यहां तो यही नहीं पता की पानी का स्तर कब बढ़ जाए। यानि जब आप पानी में नहाने के लिए उतरे तो हो सकता है कि वहां पानी कम हो लेकिन अगले ही पल पानी बढ़ सकता है। ऐसे में हादसा होने का खतरा बना रहता है। लेकिन, इस सब बातों से दूर बड़े व बच्चे पानी में डुबकी लगाते देखे जा सकते है। इस विषय को लेकर यहां बच्चों को खुद समझने की जरूरत है।