रिपोर्ट मुस्तज़र फारूकी
हल्द्वानी। बनभूलपुरा रेलवे प्रकरण में बस्ती के अस्तित्व को लेकर फैसले की घड़ी आने ही वाली है। सुप्रीम कोर्ट में प्रकरण को लेकर 6 याचिकाएं दाखिल की गयी हैं। जिनपर संभवयतः एक साथ सुनवाई होनी है। सूत्रों के अनुसार रेलवे प्रकरण में याचिकाओं पर सुनवाई दोपहर 12 बजे के बाद ही हो पाएगी। इस प्रकरण में याचिकाएं 39वें नंबर पर है।
देश में बहुचर्चित हुए हल्द्वानी रेलवे के इस गंभीर मुद्दे को सुप्रीम कोर्ट में जस्टिस संजय कृष्ण कौल और अभय श्रीनिवास ओका की बेंच सुनेगी। पीड़ित पक्ष की पैरवी के लिए जन जजों के सामने दिग्गज वकील सलमान खुर्शीद, प्रशांत भूषण खड़े होंगे। शराफत खान, अब्दुल मतीन सिद्दीकी, इक्तिदार उल्लाह, शमीम बानो, भूपेन्द्र आर्या, जन सहयोग सेवा समिति की ओर से इस मामले में याचिका डाली गयी है।
बनभूलपुरा रेलवे बनाम जनता प्रकरण में कांग्रेस अवाम के साथ फ्रंट फुट पर है। शुरू से लेकर अब तक इस मुद्दे पर कांग्रेस ने कदम पीछे नहीं खींचे हैं। मुख्यमंत्री से लेकर कांग्रेस के राष्ट्रीय नेतृत्व तक यह मामला कांग्रेस नेताओं द्वारा पहुंचा दिया गया है। राज्यसभा सांसद इमरान प्रतापगढ़ी सरीखे नेता इस समय जब सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होने वाली है तो वहां पर मौजूद हैं। उत्तराखण्ड से नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य, कांग्रेस के करन माहरा, पूर्व विधायक काज़ी निज़ामुद्दीन, हल्द्वानी विधायक सुमित हृदयेश, उप नेता प्रतिपक्ष भुवन कापड़ी, शराफत खान, पूर्व विधायक संजीव आर्य, सुप्रीम कोर्ट में इस समय मौजूद हैं। सुमित हृदयेश या कहें कि कांग्रेस की ओर से इस मामले में दिग्गज वकील सलमान खुर्शीद पैरवी कर रहे हैं। राज्यसभा सांसद इमरान प्रतापगढ़ी लगातार इस मामले को फॉलो कर रहे हैं और 2 जनवरी को जब सुप्रीम कोर्ट में इस प्रकरण की याचिका दाखिल की जा रही थी तब भी वह मौजूद थे और मीडिया के सामने प्रदेश सरकार के खिलाफ काफी मुखर हुए थे। इमरान इस समय भी सुप्रीम कोर्ट में मौजूद हैं।
हल्द्वानी-बनभूलपुरा के रेलवे बनाम जनता प्रकरण में सुप्रीम कोर्ट में बस
कुछ ही देर में सुनवाई होने वाली है। इस बीच बनभूलपुरा के लाइन नंबर 17
में सामुहिक दुआओं के लिए हज़ारों की संख्या में महिलाओं ने सड़क पर दरियां
बिछाकर अल्लाह से अपने आशियानों की हिफाज़त की दुआ मांगना शुरू कर दिया
है। लाइन नंबर 17 के मुजाहिद चौक पर हज़ारों महिलाएं, पुरुष जमा हैं। काफी
संख्या में शहर के उलमा के साथ अवाम दुआ के लिए हाथ उठाए हुए है। महिलाएं
अपने रब के सामने रो-रोकर घर की सलामती की दुआ मांग रही हैं।आज बनभूलपुरा की आवाम के लिए बोहत बड़ा दिन है कुछ ही देर में रेलवे ज़मीन मामले में हाईकोर्ट के फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई शुरू होगी जिसमें अपने आशियानों को उजड़ने से बचाने के लिये महिलाओं ने सड़कों पर रोते बिलखते हुए दो जहां के मालिक से दुआ मांगी, दुआओं में आसमान की तरफ उठे हज़ारों हाथों और हज़ारों लबों पर बस यही दुआ हैं कि हमारे घर और आशियाने ना तोड़े जायें।