महुली कब्रिस्तान जमीन पर क्यों किया जा रहा है कब्जा,,,, शिकायत करने पर प्रशासन क्यों नहीं कर रहा मदद ????? या फिर है किसी बड़े हादसे का इंतजार?????????
कोरांव तहसील क्षेत्र के ग्राम सभा महुली में कब्रिस्तान की संख्या 1515 है नई एवं पुरानी कब्रिस्तान का रकबा 4 बीघा 17 बिस्वा है। महुली गांव में बंदोबस्त अधिकारी (चकबंदी) द्वारा कब्जा परिवर्तन की प्रक्रिया चल रही थी। जिसमें चकबंदी लेखपाल चकबंदी कानूनगो द्वारा कब्रिस्तान की भूमिकारों की भूमि का कब्जा दे रहे थे जिसके कारण मुस्लिम समुदाय के लोगों में आक्रोश व्याप्त है। राजस्व विभाग एवं ग्रामीणों के बताए अनुसार विगत कई वर्षों से कब्रिस्तान की जमीन से लोगों का आवागमन है क्योंकि उसमें मेड़बंदी अथवा घेराबंदी नहीं की गई थी। अतः लोगों के आवाजाही को मना ही नहीं थी और लोग गुजरते हैं। सुरक्षा दृष्टिगत मुस्लिम समाज के लोगों द्वारा कब्रिस्तान की घेराबंदी की जा रही थी जिस पर हिंदू समाज के लोगों द्वारा कब्रिस्तान के बिचोबीच मार्ग को लेकर विरोध जताया गया
जबकि चकमार्ग 1516 जो कब्रिस्तान के दक्षिण दिशा की ओर राजस्व नक्शे में दर्ज है जिसको नजदीकी कास्तकारों ने जोत लिया है। चकमार्ग के लिए हिंदू- मुस्लिम दोनों समाज के अगुवाईओं द्वारा अधिकारियों के पास शिकायत बराबर की जा रही है फिर भी कोई कार्यवाही नही हो रही है। महीनों पहले कब्रिस्तान की की जा रही घेरा बंदी का हिंदू समाज की शिकायत पर कोरांव थाना प्रभारी धीरेंद्र सिंह व राजस्व विभाग के नायब कानूनगो एवं लेखपाल सहित मौके पर जाकर घेराबंदी को रुकवाया और कहा था कि जब तक सीमांकन नहीं हो जाता कोई तब तक नया निर्माण नहीं होगा जमीन को यथास्थिति पर रखा जायेगा।
ग्रामीणों की माने तो मामला दो समुदायों के बीच का है जिस कारण किसी भी समय कोई भी अनहोनी जैसी घटना हो सकती है। कब्रिस्तान की भूमि को चकबंदी व राजस्व विभाग की टीम द्वारा पैमाइश कराकर अलग कराने की आवश्यकता है। जिससे क्षेत्र में शांति व्यवस्था स्थापित हो सके। मुस्लिम समाज के अगुवाई कर रहे मोहम्मद यासीन का कहना है की कब्रिस्तान की पैमाइश के लिए सी एम हेल्प लाइन पर 2 बार व जिलाकमिशनर को 2 बार एवं जिलाधिकारी 4 बार तथा उप जिलाधिकारी कोरांव 4 बार और आदि जगहों पर जनसुनवाई के दौरान लिखित शिकायत पत्र दिया है किंतु उस पर अभी तक कोई भी प्रशासनिक कार्यवाही नहीं हुई है
जबकि सी एम पोर्टल पर दर्ज शिकायत एवं प्रयागराज जनपद के उच्च अधिकारियों के द्वारा लिखित आदेशित किया गया है कि अति शीघ्र समस्या का समाधान किया जाय फिर भी राजस्व विभाग पैमाईस करने में लापरवाही बरत रहा है।
कब्रिस्तान के आसपास के काश्तकार अपने खेतों की मेड़बंदी कर हैं कुछ अभी भी कर रहे हैं कब्रिस्तान की जमीन पर पशुओं को बांधा जा रहा है और उसमें उपली पाथी जा रही है एवं कब्रिस्तान की जमीन पर स्थानीय लोगों द्वारा दीर्घशंका तथा कूड़ा करकट फेंका जा रहा है। मुस्लिम समुदाय के लोगों का कहना है कि कब्रिस्तान हमारे आस्था की बात और जगह है जिसमें भिन्न समुदाय के कुछ लोगों द्वारा घृणित कार्य किया जा रहा है
जिससे दोनों पक्ष के बीच में विवाद की स्थिति उत्पन्न हो मुस्लिम समुदाय की अगुवाई कर रहे मोहम्मद यासीन का कहना है कि जब हम अपनी कब्रिस्तान का घेराबंदी कर रहे थे तब राजस्व टीम के कानूनगो हल्का लेखपाल पुलिस बल के साथ घेराबंदी को रुकवाया जबकि वही काश्तकार अपने खेतों की मेड बंदी कर रहे थे उन्हें नहीं मना किया गया।
मुस्लिम समाज के लोगों ने अपनी आस्था को देखते हुए बहुत ही अपमान एवं दुख के साथ सूबे के निष्पक्ष, कर्मठ, ईमानदार व यशस्वी मुखिया योगी आदित्यनाथ बाबा से एवं शासनिक प्रशासनिक उच्च अधिकारियों का ध्यान आकर्षित कराते हुए कोरांव क्षेत्र के महुली ग्राम सभा के पुराने एवं नये कब्रिस्तान भूमि की संख्या 15 15 रकबा 4 बीघा 17 बिस्वा का राजस्व विभाग की टीम के द्वारा पैमाइश कराकर बाउंड्रीवॉल बनवाने तथा शांति व्यवस्था कायम कराने हेतु माँग की गई है।