सीमाओं को सील कर दिया गया
.कोरोना वायरस के बढ़ रहे मामलों को देखते हुए सरकार ने अब पूरे प्रदेश में लॉकडाउन के आदेश किए हैं। मंगलवार को शासनादेश मिलने के बाद पहले से अलर्ट प्रशासन और भी सतर्क हो उठा। आननफानन में जनपद की सीमाओं को सील कर दिया गया। देखते ही देखते नेशनल हाईवे के साथ ही नैनीताल हाईवे पर भी सन्नाटा पसर गया। उधर लॉकडाउन की सूचना मिलते ही नगर में लोग भी खरीदारी के लिए निकल पड़े। कोरोना का कहर दुनिया भर के लिए चिता का कारण बना हुआ है। अपने देश में भी रोज ही इसके मामले बढ़ने के समाचार सामने आ रहे हैं। ऐसे में इससे बचने का एकमात्र उपाय सावधानी ही है। इसको देखते हुए ही प्रदेश सरकार ने ट्रायल के तौर पर रविवार को जनता कर्फ्यू लगाया था। उसमें जनता का सहयोग मिलने के बाद सबसे संकट की इस घड़ी में सहयोग की अपील लगातार की जा रही है। इस क्रम में ही अब प्रदेश के हर जिले में लॉकडाउन के आदेश जारी कर दिए गए हैं। फिलहाल बुधवार से शुक्रवार तक पूरी तरह लॉकडाउन रहेगा। मंगलवार को आदेश मिलते ही प्रशासनिक अधिकारी पूरे एक्शन में आ गए। जिलाधिकारी ने प्रत्येक तहसील में उपजिलाधिकारियों को इस संबंध में निर्देश जारी कर तत्काल एक्शन में आने को कह डाला। इस पर तहसीलों में भी अधिकारी तत्काल हरकत में आ गए। सड़क पर आ कर जरूरत के समान वाली दुकानों को छोड़ कर अन्य दुकानों को बंद करवाया जाने लगा। सड़क पर मौजूद लोगों को समझाते हुए घर जाने को कहा। अपील की कि संकट की इस घड़ी में सहयोग करें। जिलाधिकारी द्वारा न मानने वालों पर कार्रवाई के निर्देश भी किए गए हैं। देखते ही देखते गिरने लगे दुकानों के शटर


शासन का आदेश मिलते ही प्रशासन ने हरकत में आते हुए बाजारों का रुख कर डाला। बुधवार से नवरात्र प्रारंभ हो रहे हैं। इसको लेकर लोगों को खरीदारी करनी थी। टीवी पर लॉकडाउन के आदेश का समाचार मिलते ही लोग बाजार की ओर निकल पड़े। दुकानों पर भीड़ लग गई। महिलाओं ने नवरात्र के लिए पूजा की वस्तुओं की खरीदारी की। वहीं राशन का सामान भी लोगों ने खरीद कर रख लिया। बिना कारण बाहर घूमने पर पड़ेगा जुर्माना
लॉकडाउन की अवधि में बिना किसी ठोस कारण के बाहर घूमने वालों पर कार्रवाई की जाएगी। इसको लेकर जिलाधिकारी ने आदेश जारी कर दिए हैं। ग्रामीण क्षेत्र में भी यह आदेश ओर भावी होगा। डीएम ने इसको लेकर खंड विकास अधिकारियों के माध्यम से प्रधानों व ग्राम पंचायत सचिवों को निर्देश भिजवा दिए हैं। उसमें कहा है कि यदि कोई भी अकारण बाहर घूमता मिलता है तो उस से जुर्माना वसूला जाएगा। उन्होंने कहा है कि इस अर्थदंड की राशि को कोरोना के संदिग्ध रोगियों के उपचार में खर्च किया जाएगा।

