ब्यूरो रिर्पोट: शमशाद उस्मानी
बिती 3 जून को बरेली रास्ते में बस रोक कर यात्रियों को नमाज पड़वाने के आरोप में नौकरी जाने से तनाव के चलते बस कंडक्टर मोहित ने मैनपुरी में ट्रेन से कटकर अपनी जान दे दी। कंडक्टर मोहित की आत्म हत्या की खबर फैलते ही जहां उनके घर में कोहराम मच गया। वहीं दूसरी ओर बरेली डिपो के कर्मचारी मोहित की आत्म हत्या की खबर सुनकर स्तब्ध रह गए और उनमें रोष फैल गया अपने साथी की मौत से गुस्साए सभी कर्मचारियों ने काम का वहिष्कार कर दिया। इधर घर वालों का कहना है की मोहित नौकरी जाने के बाद बेहद तानव में रहने लगा था उस पर पूरे परिवार और पत्नी सहित पांच साल के बेटे की जिम्मेदारी थी नौकरी जाने के बाद मोहित और उसका परिवार आर्थिक तंगी से गुजरने लगा था जिस से वह तानव में रह रहा था। मैनपुरी के घिरोर थाना क्षेत्र के गांव नगला खुशाली निवासी 36 वर्षीय मोहित बरेली डिपो में बस कंडक्टर थे उनपर 3 जून को रास्ते में बस रोक कर यात्रियाें को नवाज़ पढ़वाने का आरोप था इस की वीडियो वायरल होते ही मोहित की संविदा समाप्त कर दी गई थी नौकरी जाने के बाद मोहित अपने गांव घर आकर रहने लगे । रविवार को मोहित यादव घर से निकले थे शाम तक वापस न आने पर उनकी तलाश की गई तो सोमवार को तलाश के दौरान घिघोर क्षेत्र में कोसमा के पास उनका रेलवे ट्रैक पर शव पड़ा मिला। इसी के चलते उन्हें नौकरी से हाथ धोना पड़ा ।