नगर निगम बस्ती गली कूचों में नहीं दे रहा है ध्यान, ठिठुरन का ग्राफ बढ़ता नजर आया,अलाव जलाने पर लोग हुए मजबूर
रिपोर्ट मो0 ज़ाकिर अंसारी हल्द्वानी
हल्द्वानी में बुधवार को शीतलहर के चलते आसपास के इलाकों में ठिठुरन का ग्राफ बढ़ता नजर आया ! दिन में हल्की फुल्की धूप,लेकिन शाम को मौसम ने करवट बदलते हुए फिर से अपना कहर ढाना शुरू कर दिया है।हल्द्वानी में लोग अपने अपने घरों के आगे अलाव जलाने पर हुए मजबूर।
जैसा कि हम आपको बताते चलें। नगर निगम बस्ती गली कूचों में नहीं दे रहा है ध्यान।जिस तरीके से लोग ठंड से कांप रहे हैं। नगर निगम को चाहिए अलाव जलाने के लिए लकड़ियों का इंतजाम करे। मगर नगर में कहीं भी बनभूलपुरा में गरीब इलाकों में नगर निगम द्वारा लकड़िया नहीं डाली गई है। सिर्फ मैन मैन चौराहों पर दिखावे के लिए नगर निगम अपनी खानापूर्ति करते हुए देखा जा सकता है। या फिर यहां के राजनीतिक ऑफिस दफ्तर हो सब जगह लकड़ियों का अंबार मिलेगा। मगर गरीब मोहल्लों में लकड़ियों का कोई भी इंतजाम नहीं दिखता है।नगर निगम की पूरी जिम्मेदारी भी बनती है कि नगर के जितने भी लोग हैं।उनका ठिठुरन से बचने के लिए लकड़ी का इंतजाम करे।आज जब हम हमारी टीम बनभूलपुरा के नई बस्ती, जहां पर शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र भी बनाया गया है।
जहां पर लोगों का आना जाना लगा रहता है। क्या वहां पर भी नगर निगम को नहीं दिखता, कि यहां भी आने जाने वालों के लिए लकड़ी का इंतजाम किया जाए। स्थानीय निवासी इमरान खान के द्वारा बताया गया नगर निगम को कई बार अलाव जलाने के लिए अवगत कराया गया है। लेकिन आज तक यहां निगम नगर निगम द्वारा, कोई भी लकड़ी की व्यवस्था नहीं की गई है।
यह जो आप अलाव जलते देख रहे हैं। ये अलाव हम लोग खुद इंतजाम कर जला रहे हैं।यह हमारी खुद की व्यवस्था है ताकि आने जाने वाले लोग इससे फायदा ले सके, हल्द्वानी समेत आसपास के इलाकों में ठिठुरन भरी ठंड में इजाफा हो गया है। यहां इस सीजन में तापमान पहली बार नीचे पहुंचा है।सर्दी का सितम जारी है।हल्द्वानी सहित आसपास के इलाकों में दोपहर के समय धूप खिलने से लोगों ने राहत महसूस की थी।शीतलहर का कहर सुबह से लोगों को परेशान कर रहा था। दिन में भी लोग ठंड से कांपते नजर आए। दिनभर कड़ाके की ठंड रहने के साथ ही शाम के समय पाला भी गिरा। मौसम विभाग के अनुसार हल्द्वानी और आसपास के इलाकों में 9.7 डिग्री न्यूनतम तापमान रिकॉर्ड किया गया है। इधर, इससे पहले दिसम्बर माह में 18 से 20 दिसम्बर के बीच कड़ाके की ठंड रही थी।