प्रदेश में बेटियां असुरक्षित बेटी बचाओ बेटी बचाओ पढ़ाओ भाजपा का केवल दिखावा
रिपोर्टर अतुल अग्रवाल
हल्द्वानी के बुद्ध पार्क में नगर कांग्रेस कमेटी के नेतृत्व में महिलाओं पर हो रहे अत्याचार को लेकर सांकेतिक धरना दिया गया जिसमें जिला अध्यक्ष सतीश नैनवाल के द्वारा बताया गया कि भाजपा सरकार द्वारा एक नारा दिया गया था बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ लेकिन आज पूरे प्रदेश में देश मे नारे का कोई महत्व नहीं रह गया है
आज प्रदेश में और देश में महिलाएं नहीं रही सुरक्षित अत्याधिक अधिक शोषण के मामले भारतीय जनता पार्टी समर्थित विधायक कार्यकर्ताओं के द्वारा हो रहे हैं उन्ही के नाम उजागर हो रहे है वही उनके द्वारा बताया गया कि द्वाराहाट के विधायक पर एक महिला द्वारा कहा की उत्तराखंड नेपाल एवं हिमाचल प्रदेश कई स्थानों पर दुष्कर्म करने का आरोप लगाते हुए अपने बच्चों का एवम विधायक का डीएनए टेस्ट कराने की मांग की गई राज्य सरकार के राजनीतिक दबाव के कारण पुलिस प्रशासन पीड़ित महिला की प्रथम सूचना रिपोर्ट तक दर्ज नहीं करने को तैयार वहीं दूसरी ओर विधायक की पत्नी द्वारा उक्त विधायक पर फिरौती मांगने का भी आरोप लगाते हुए मामला दर्ज किया गया है
एवं कई दिन व्यतीत हो जाने के उपरांत भी पीड़ित महिला द्वारा लगाए गए आरोपों तथा डीएनए जांच की मांग पर कोई कार्यवाही नहीं की जा रही है जैसे कि प्रदेश का शासन प्रशासन सत्ता के दबाव में काम कर रहा हूं द्वाराहाट विधायक की पत्नी द्वारा महिला के खिलाफ फिरौती वसूलने के आरोप की जांच शुरू हो गई है लेकिन ऐसा प्रतीत होता है कि द्वाराहाट विधायक प्रकरण में पुलिस प्रशासन पूरी तरह राज्य सरकार के दबाव में काम कर रहा है वक्ताओं का कहना है कि उत्तराखंड प्रदेश में इससे पूर्व भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश पदाधिकारियों पर महिलाओं के यौन शोषण प्रकरण सुर्खियों में आया था
लेकिन भाजपा की महिला द्वारा पार्टी के प्रदेश महामंत्री संगठन पर यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए गए परंतु राज्य सरकार के दबाव में इस प्रकरण को भी दबा दिया गया कोई कार्यवाही शासन प्रशासन द्वारा नहीं की गई यही नहीं इस प्रकरण में भाजपा के तत्कालीन देहरादून महानगर अध्यक्ष द्वारा सार्वजनिक बयान में कहा गया कि प्रत्येक महिला को पुरुष गिद्द की दृष्टि से देखते हैं तथा महिलाएं राजनीति में मानसिक रूप से तैयार होकर आती हैं भाजपा की मातृशक्ति के प्रति मानसिकता को दर्शाता है सत्ताधारी पार्टी के भाजपा के मातृशक्ति के प्रति जनप्रतिनिधि रूप से लगाए गए आरोपों से प्रदेश के समस्त मातृशक्ति का अपमान हुआ है लेकिन इस घटना से उत्तराखंड की देवभूमि तथा पूरे देश की राजनीति कलंकित हुई है
वहीं प्रदेश में सत्ताधारी दल के विधायक पर महिला द्वारा लगाए गए यौन उत्पीड़न के आरोपों पर पुलिस प्रशासन द्वारा कार्यवाही ना होना यह दर्शाता है वहीं कांग्रेस पद अधिकारियों का कहना है कि राजनैतिक दबाव की ओर सारी घटना चक्र तानासाही की ओर इशारा करता है तथा भारतीय जनता पार्टी में महिलाओं की यौन उत्पीड़न और उस मानसिकता रखने वालों को संरक्षण के रूप में देखा जा रहा है आज प्रदेश में राष्ट्रीय राजनीतिक दल की जिम्मेदार लोगों द्वारा किए गए महिलाओं के यौन उत्पीड़न की शर्मनाक घटनाओं से देश एवं दुनिया में उत्तराखण्ड राज्य की छवि धूमिल होती जा रही है उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी मांग करती है कि द्वाराहाट विधायक प्रकरण में महिला द्वारा लगाए गए यौन उत्पीड़न के आरोपों पर उचित धाराओं के मामला दर्ज करते हुए यथाशीघ्र विधायक की डीएनए जांच कराई जाए एवं मातृशक्ति का उत्पादन करने पर कार्यवाही की जाए आज कार्यक्रम स्थल पर सतीश नैनवाल ,राहुल छिम्मबाल, हाजी सोहेल अहमद सिद्धकी ,हर्षवर्धन पांडे ,गोविंद सिंह एडवोकेट, नरेश अग्रवाल ,रंजीत डसीला ,मनोज श्रीवास्तव ,इकबाल हुसैन अंसारी ,संदीप भैसोड़ा, राजेंद्र सिंह बिष्ट एवं अन्य लोग मौजूद थे नगर कांग्रेस कमेटी के द्वारा