जाकिर अंसारी संपादक कॉर्बेट बुलेटिन हल्द्वानी
हल्द्वानी की मासूम माही जोशी 17 साल यशोधर जोशी निवासी शांति नगर पॉलिसीट मे रहती थी वह पढ़ने में बहुत ही होशियार थी इस साल उसका इंटर का एग्जाम होना था वह हल्द्वानी के बीयर शिवा सीनियर सेकेंडरी स्कूल पर पढ़ती थी उसके पिता सिडकुल में प्राइवेट नौकरी करते थे लॉकडाउन में उनकी नौकरी भी छूट गई थी जिस कारण वह स्कूल की फीस भी नहीं दे पा रही थी स्कूल की फीस लगभग ₹50 हजार हो गई थी हेमंत गोमिया द्वारा विद्यालय के प्रबंधन से बात कर उसके ₹50 हजार फीस के रुपए माफ कराए गए थे हेमंत गोनिया उसके परिवार की हर समय मदद करते रहते थे और उनका परिवार बराबर संपर्क में रहता था इस लड़की के होनहार होने से कई और लोग भी इसकी फीस दीया करते थे 6 दिन पूर्व उसकी अचानक तबीयत खराब हो गई उसे हल्द्वानी के सोबान सिंह जीना अस्पताल पर भर्ती कराया गया जहां उसकी तबीयत अधिक खराब होने के कारण उसे राम मूर्ति बरेली अस्पताल पर भर्ती कराया गया था वहां पर भी उसे उचित इलाज नहीं मिल पा रहा था डॉक्टर उसे बड़े ले जाने को कह रहे थे यहां पर भी रिश्तेदार व अन्य लोगों द्वारा उसे लगभग ₹80 हजार चंदा देकर अस्पताल पर दिया गया था लेकिन वह आज नहीं बच पाई और उसकी मौत हो गई वह डेंगू व टाइफाइड बिगड़ जाने के कारण उसकी हालत खराब थी आज बियर सेवा स्कूल में भी माही जोशी के लिए 2 मिनट का मौन रखकर उसकी शांति के लिए प्रार्थना की गई थी आज रानी बाग चित्र शीला घाट पर उसका अंतिम संस्कार किया गया माही जोशी की दादी गंगा जोशी पूरे परिवार का रो रो कर बुरा हाल है