रिपोर्टर – समी आलम
बैठक में मानसून अवधि में विद्यालयों के संचालन, नशा मुक्ति, पर्यटन सीजन में स्कूलों में ट्रैफिक व्यवस्था आदि के संबंध में नगर के सभी विद्यालयों के प्रतिनिधियों-अभिभावकों से सुझाव मांगे और आवश्यक निर्देश दिए । बैठक में अभिभावकों ने बताया कि विद्यालयों के आस पास, सार्वजनिक स्थल औऱ पार्कों आदि इलाकों में नशा और अराजकता देखने को मिल रही है। जिस कारण स्कूली बच्चे भी नशे की चपेट में आ रहे हैं। जिस पर जिलाधिकारी ने विद्यालय प्रबंधकों को कहा कि बच्चों को समय -समय पर काउंसलिंग करने की आवश्यकता है। साथ ही बच्चों में हो रहे बदलाव पर भी अभिभावकों- टीचरों की विशेष रुप से ध्यान रखना चाहिए। उन्होंने अभिभावकों को स्कूलों की बैठक में छात्र-छात्राओं से विचार विमर्श और समाज में हो रही गतिविधियों के बारे में जानकारी देनी चाहिए। जिससे बच्चे सुरक्षित और अपराध से दूर रह सके।उन्होंने स्कूलों में बदलते समय की आवश्यकता के अनुरूप कैरियर काउंसलिंग करने के निर्देश दिए। जिससे छात्र-छात्राओं आसानी से अपने लक्ष्य की प्राप्त कर सके। कहा कि जिले में संचालित सभी कोचिंग सेंटरों में मानकों की जांच करायी जाएगी। साथ ही बिना मानकों के तहत अवैध रुप से संचालित हो रहे कोचिंग सेंटरों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।अभिभावकों की और से आए सुझाव के क्रम में जिलाधिकारी ने कहा कि मानसून अवधि में बारिश के समय बच्चों की सुरक्षा को देखते हुए कई बार जिला प्रशासन को अवकाश घोषित करना पड़ता है। जिससे पठन पाठक का कार्य बाधित होता है। इसके लिए बरसात में हुए अवकाश को दिसंबर माह में जोड़ कर पठन पाठन का कार्य पूरा किया जाने पर विद्यालय विचार करें । नैनीताल में 15 अप्रैल से 15 जून तक पर्यटन सीजन रहता है। इस दौरान विभिन्न विद्यालयों वार्षिकोत्सव या अन्य विद्यालय से जुड़े कार्यक्रम किए जाते हैं।जिसमें काफी संख्या में अभिभावक दूर दूर से प्रतिभाग करते हैं, भीड़ होने के कारण काफी समय ट्रैफिक व्यवस्था बाधित होती है। उन्होंने कहा कि वार्षिकोत्सव की तिथि को शिफ्ट कराने के लिए अभिभावकों से सुझाव लेने चाहिए। साथ ही उन्होंने 15 अप्रैल-15 जून तक विद्यालयों में होने वाले कार्यक्रमों की सूचना एक माह पहले पुलिस को देने की बात कही। जिससे पुलिस द्वारा नगर में यातायात व्यवस्था बेहतर की जा सके।कहा कि जिन स्कूलों में पार्किंग व्यवस्था है,ऐसे विद्यालयों में प्रबंधक स्कूली बच्चों को उतार-चढ़ाव की जिम्मेदारी लेते हुए परिसर के भीतर वाहन की पार्किंग करेंगे। जिससे जाम की समस्या दूर होगी।अभिभावकों ने बताया कि नैनीताल नगर में कई जगहों पर वन-वे है, लेकिन अधिकांश वन-वे मार्गों में दोनों ओऱ से वाहनों की आवाजाही होती है। जिस कारण दुर्घटना का भय बना रहता है। जिस पर जिलाधिकारी ने वन-वे मार्गों में पुलिस की अतिरिक्त टीम लगाने की बात कही।उन्होंने अभिभावकों से बच्चों के साथ मिलकर सार्वजनिक स्थलों में पौध रोपण, सफाई अभियान, जागरुकता अभियान आदि कार्यक्रम चलाने को कहा। इस दौरान मुख्य शिक्षा अधिकारी पुष्कर लाल टम्टा समेत नैनीताल नगर के सभी सरकारी विद्यालयों-निजी विद्यालयों के प्रार्चाय और प्रतिनिधि मौजूद रहे।