रिपोर्टर- मोहम्मद ज़ाकिर अंसारी
हल्द्वानी स्थित जिला उद्योग केंद्र में बुधवार को ईजा-बैंणी सशक्तिकरण महोत्सव के तहत सेमिनार का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का विषय “जिला निर्यात हब विकास” रहा। जिसका मुख्य उद्देश्य नैनीताल समेत अन्य जिलों को निर्यात केंद्र के रूप में प्रशिक्षित और विकसित करना है। कार्यक्रम में उत्तराखंड समेत अन्य राज्यों के उद्योगपतियों ने प्रतिभाग किया। उन्होंने बताया कि पहाड़ के उत्पादों को पूरे भारत और विदेशों में कैसे निर्यात कर अच्छा मुनाफा कमाया जा सकता है। सेमिनार में मुख्य रूप से नैनीताल, अल्मोड़ा, चंपावत आदि जिलों से पहुंचे लोगों को क्षमता वृद्धि, सशक्तिकरण और आत्मनिर्भर बनने की विस्तृत जानकारी दी।
उद्यमियों को मेक इन इंडिया, स्टार्ट अप इंडिया के साथ सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं के बारे में बताया। सेमिनार में करीब 60 प्रतिशत महिलाओं ने प्रतिभाग किया। सेमिनार में पहुंचे लोगों ने विभिन्न उत्पादों के लिए पैकेजिंग, प्रचार और बिक्री में सुधार पर अपनी प्रतिक्रिया प्रदान की। क्रेता-विक्रेताओं ने
बैठक में ग्रामीण उद्यमियों के लिए खाद्य प्रसंस्करण, हथकरघा और हस्तशिल्प – पर्यटन जैसे विभिन्न क्षेत्रों में खरीदारों से ऑर्डर प्राप्त करने प्रशिक्षण और मार्गदर्शन किया गया। एमएसएमई के श्लोक कुमार ने शून्य प्रभाव शून्य दोष योजना पर प्रशिक्षण प्रदान किया।
सेमिनार में पहुंचे मेयर ड़ा. जोगेंद्र पाल रौतेला ने कहा कि यह मुख्य रूप से क्षमता वृद्धि कार्यक्रम है। उन्होंने सेमिनार में आए सभी प्रतिभागियों को बधाई देते हुए कहा कि राज्य सरकार उद्यमियों को लाभ पहुंचाने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। कार्यक्रम जिला उद्योग केंद्र हल्द्वानी फेडरेशन ऑफ इंडियन एक्सपोर्ट ऑर्गनाइजेशन नई दिल्ली द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित किया गया।
सेमिनार में जीएम डीआईसी सुनील पंत,एफआईईको सुनीता ततवाल, मुकेश कुमार, राजीव संतोकी, संदीप व्यास, योगेश भट्ट समेत 90 से अधिक प्रतिभागियों ने प्रतिभाग किया।