जाकिर अंसारी संपादक कॉर्बेट बुलेटिन हल्द्वानी
गुरुवार को हल्द्वानी बुद्ध पार्क में छात्रों ने देहरादून में बेरोजगार नौजवानों के ऊपर पुलिसिया दमन के विरोध में अपना विरोध दर्ज कराया। इस विरोध प्रदर्शन में परिवर्तनकामी छात्र संगठन (पछास) के कार्यकर्ता भी मौजूद रहे।
यूकेपीसीएस के तहत हुई पटवारी, लेखपाल परीक्षा लीक के विरोध में छात्र-नौजवान देहरादून गांधी पार्क पर प्रदर्शन कर रहे बेरोजगार युवाओं पर पुलिसिया दमन के विरोध में यह सभा हुई। ज्ञात हो कि उत्तराखंड में पिछले समय में ना सिर्फ वर्तमान में हो रही भर्ती परीक्षाओं बल्कि पूर्व में भी हुई भर्ती परीक्षाओं में धांधली व भ्रष्टाचार होने के आरोप सामने आए हैं।
देहरादून में शांतिपूर्वक धरनारत बेरोजगार नौजवानों को पुलिस ने आधी रात में लाठी चार्ज कर गिरफ्तार किया। पुलिसकर्मी बिना नेमप्लेट के वहां पर थे। छात्राओं को भी पुरुष पुलिसकर्मियों द्वारा उत्पीड़ित किया गया। यह छात्र 8 जनवरी को हुई लेखपाल भर्ती परीक्षा पेपर लीक का विरोध कर रहे थे। उत्तराखंड सरकार से लगातार छात्र भर्ती परीक्षाओं में हुई भ्रष्टाचार की सीबीआई जांच की मांग कर रहे हैं। पूर्व में पेपर लीक मामले में गिरफ्तार आरोपी हाकम सिंह की रिहाई से भ्रष्टाचार के खिलाफ उत्तराखंड सरकार की “जीरो टोलरेंस” के नारों के फर्जीपन की पोल खुल जाती है।
हल्द्वानी बुद्ध पार्क में इकट्ठा हुए छात्रों ने देहरादून में बेरोजगारों पर हुए पुलिसिया दमन का पुरजोर विरोध किया। साथ ही भर्ती परीक्षाओं में भ्रष्टाचार की जांच की मांग उठाते हुए ‘पहले जांच फिर परीक्षा’ की मांग की। ज्ञात हो कि देहरादून में भी आज बेरोजगारों का जबदस्त प्रदर्शन हुआ जिस पर पुलिस ने हाईवे जाम का बहाना बना फिर लाठीचार्ज किया। भर्ती परीक्षाओं में भ्रष्टाचार को रोकने में असफल उत्तराखंड सरकार बेरोजगारों को लाठी मारकर विरोध की हर आवाज को कुचलने पर उतारू है।
उत्तराखंड सरकार की यह तानाशाही बेरोजगार छात्र-नौजवान नहीं सहेंगे।परिवर्तनकामी छात्र संगठन (पछास) छात्र-नौजवानों, बेरोजगारों के ऊपर पुलिसिया दमन की घोर निंदा करता है। और मांग करता है कि लाठी चार्ज का आदेश करने वाले पुलिस अधिकारियों को तत्काल बर्खास्त किया जाए। उत्तराखंड में भर्ती परीक्षाओं की जांच कर अपराधियों को सलाखों के पीछे पहुंचाया जाए।