जाकिर अंसारी संपादक कॉर्बेट बुलेटिन हल्द्वानी
दिनांक-12-1-2022 को समाजसेवी हेमंत गोनिया अतुल बिष्ट खट्टी बिष्ट रूपा अधिकारी अपूर्व बिष्ट पूजा बिष्ट भावना बिष्ट वंश गोनिया प्रियंका बिष्ट जया बिष्ट अंश बिष्ट अनामिका मांगली देवी दीपक मेहरा सुरेंद्र सिंह बिष्ट सरिता बिष्ट प्रशांत बिष्ट सुरेश मिश्रा अपू सुरेश मिश्रा ने प्रधानमंत्री जी को रजिस्टर्ड डाक से शिकायत पत्र भेजा जिस पर यह लिखा था कि हल्द्वानी ब्लॉक के अंतर्गत गौलापार खेड़ा चौराहे पर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र अस्पताल है यह 2 बीघा की जमीन पर बना हुआ है
इसके चारों तरफ दीवार बनी भी गेट भी बने हैं इस पर कमरे भी बने हुए हैं उनकी हालत बहुत खराब हो चुकी है कमरों की छत गिरने के कगार पर हो चुकी है दरवाजे टूट चुके हैं और उन में दिमक लग चुकी है कुछ कमरे खंडहर बन चुके हैं अस्पताल पर बड़ी बड़ी झाड़ियां और कूड़ा करकट एकत्र हो चुका है हम लोगों द्वारा एक माह अथक प्रयासों से इस अस्पताल में 1 माह तक स्वच्छता अभियान चलाया गया और अस्पताल को साफ सुथरा बनाया गया तथा अस्पताल पर दोबारा घास लाओगे इसके लिए दवाई भी छिड़काव की गई थी सिस्टम व शासन प्रशासन का हाल देखिए प्रधानमंत्री जी को जो शिकायती पत्र भेजा गया उस पत्र पर कोई कार्यवाही नहीं हुई उस पर हेमंत गोनिया द्वारा आरटीआई से जवाब मांगा गया जवाब में यह कहा गया कि आपका शिकायती पत्र उत्तराखंड शासन माननीय मुख्य सचिव को निपटान के लिए भेज दिया गया है इस पत्र पर आगे की कार्रवाई जाननी चाही तो यह पत्र अनु सचिव उत्तराखंड शासन व चिकित्सा स्वास्थ्य परिवार कल्याण महानिदेशक तक पहुंच गया उन्हें आदेश भी हुए कार्रवाई के लिए शिकायती पत्र शासन में फिर घूमते रहे यह पत्र निर्देशक चिकित्सा परिवार कल्याण उत्तराखंड निजी सचिव अपर सचिव चिकित्सा स्वास्थ्य शासन की अपर सचिव महोदय को पहुंच गया स्वास्थ्य निदेशालय द्वारा जब इस अस्पताल के जोड़ों द्वार के लिए जवाब दिया गया कि यहां पर कुछ भी कार्य होना असंभव है यहां से हल्द्वानी अस्पताल है यहां के स्थानीय लोगों को कोई जरूरत नहीं है जबकि रात्रि पर किसी महिला का प्रसव होने के लिए हल्द्वानी आना पड़ता है किसी के एक्सीडेंट होने पर चोट लगने पर हल्द्वानी आना पड़ता है स्थानीय नागरिकों का यह कहना था कि इस अस्पताल को ठीक किया जाए यहीं पर सीटी स्कैन एमआरआई वह सभी स्वास्थ्य की सेवा ही मिले जबकि क्षेत्र के लिए अस्पताल आवश्यक है जनता परेशान रहती है इलाज के लिए अपना पैसा खर्च कर हल्द्वानी जाना पड़ता है कई लोगों की प्रसव व एक्सीडेंट होने से रास्ते पर ही मौत हो चुकी है सिस्टम का हाल यह है प्रधानमंत्री के शिकायती पत्रों पर भी कोई कार्यवाही नहीं की गई और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र खेड़ा गौलापार को लावारिस हालत पर छोड़ दिया है जबकि जनता के लिए सभी सुख सुविधा देकर उन्हें बढ़िया इलाज दिया जा सकता था विधायक सांसद मुख्यमंत्री प्रधानमंत्री कोई इस अस्पताल की तरफ देख नहीं रहे स्थानीय जनता परेशान है आप समाज के लोगों हाई कोर्ट को अपनी शिकायत भेजेंगे और उनके संज्ञान में लागी कारवाही करके ही दम लेंगे यही संकल्प लिया है