रिपोर्टर – समी आलम
राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) ने सोमवार को राजभवन नैनीताल में विभिन्न प्रशासनिक अधिकारियों से अलग-अलग बैठक कर मण्डल एवं जिले की जानकारियां ली। राज्यपाल ने सर्वप्रथम कुमाऊं आयुक्त दीपक रावत से बैठक कर मण्डल से संबंधित जानकारी ली।
उन्होंने मण्डल में हुई वनाग्नि की घटनाओं और उन पर की गई कार्यवाहियों के बारे में जानकारी ली। राज्यपाल ने कहा कि वर्तमान में पर्यटन सीजन चरम पर है ऐसे में पर्यटकों का दबाव नैनीताल पर पड़ रहा है जिससे ट्रैफिक के संचालन में दिक्कत हो रही है। उन्होंने नैनीताल में जाम की समस्या के ठोस समाधान और नई पार्किंग विकसित किए जाने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि पार्किंग और अन्य वैकल्पिक पर्यटन स्थलों को विकसित किया जाय। इसके अलावा राज्यपाल ने हल्द्वानी में सुनियोजित विकास के लिए किए जा रहे प्रयासों और आगामी कार्ययोजना के बारे में आयुक्त से जानकारी ली।
राज्यपाल ने मानसखण्ड क्षेत्र में पर्यटकों की सुविधाओं के लिए किए जा रहे कार्यों और अन्य विकास योजनाओं के बारे में भी चर्चा की। इसके बाद राज्यपाल ने डीएफओ चंद्रशेखर जोशी से वन विभाग के क्रियाकलापों सहित वनाग्नि की घटनाओं और इसे रोकने के लिए किए गए प्रयासों की जानकारी ली। उन्होंने कहा कि हमारे पास 70 प्रतिशत से अधिक वन है लेकिन प्रत्येक वर्ष वनाग्नि से हमारी बहुमूल्य वन संपदा को नुकसान हो रहा है। उन्होंने कहा कि वन विभाग को वनाग्नि की घटनाओं को न्यून करने के लिए ठोस कार्ययोजना बनाने की जरूरत है।
राज्यपाल ने कहा कि इन घटनाओं को कम करने के लिए विभाग को जन सहभागिता की भी जरूरत है। उन्होंने नैनीताल जिले में वनाग्नि की घटनाओं को रोकने के लिए विभाग के प्रयासों की भी सराहना की। राज्यपाल ने सीडीओ नैनीताल अशोक कुमार पाण्डेय से जिले में स्वयं सहायता समूहों द्वारा तैयार किए जा रहे उत्पादों और उनके विपणन के लिए विभागीय प्रयासों की जानकारी ली। राज्यपाल ने जिले में रजिस्टर्ड होम स्टे के संबंध में जानकारी ली। उन्होंने सीडीओ को होम स्टे की संख्या में और वृद्धि करने को कहा। राज्यपाल ने सीडीओ को निर्देश दिए कि भूमिगत जलस्तर को बढ़ाने के लिए पुराने नौलों का संरक्षण और उनके पुनर्जीविकरण के प्रयास किए जाए। राज्यपाल ने कहा कि नैनीताल के अलावा अन्य पर्यटन क्षेत्रों को भी विकसित किया जाना जरूरी है इसके लिए भी उन्होंने विशेष प्रयासों की जरूरत बताई। इसके अलावा राज्यपाल ने अधिकारियों से अन्य कई बिंदुओं के बारे जानकारी ली।