ब्यूरो रिपोर्ट ज़ाकिर अंसारी हल्द्वानी
उत्तराखंड के ऊधमसिंहनगर जिले में हुआ बड़ा हादसा क्या उम्मीद थी मां-बाप को क्या चिल्ड्रंस डे पर सज्जाद है जाकर अपने बच्चों को स्कूल के लिए तैयार करके भेजा। लेकिन होनी को जो मंजूर होता है वह होकर ही रहती है। हर किसी की जुबान पर बस यही है आज बाल दिवस के मौके पर इतना बड़ा हादसा हुआ है यह कोई छोटा हादसा नहीं जिसमें कई बच्चों ने अपनी जान गवाई और कई बच्चे घायल भी हुए हैं
आपको बताते चलें।चिल्ड्रेंस डे मनाने किच्छा से नानकमत्ता आये स्कूल के बच्चो की बस की एक ट्रक से भीषण टक्कर हो गयी जिससे बस सड़क पर पलट गई। टक्कर इतनी भीषण थी जिससे हादसे में दो बच्चों और एक स्टाफ की मौके पर ही मौत हो गई और कई बच्चे घायल हो गये। बस में करीब 50 बच्चे सवार थे। कई बच्चों के हाथ पैर टूट गए हैं। स्थानीय लोगों ने घायल बच्चों को अपने वाहनों से अस्पताल पहुँचाया। मौके पर अफरा तफरी मच गयी।
वैद्य राम सुधी सिंह गर्ल्स स्कूल किच्छा की छात्राओं को रविवार को स्कूल की तरफ से चिल्ड्रेंस डे पर बस से नानकमत्ता टूर पर लाया गया था। बस में स्टाफ के साथ करीब 50 से अधिक छात्राएं थीं। शाम को वापसी के दौरान सितारगंज में स्कूल बस को ट्रक ने टक्कर मार दी। टक्कर इतनी तेज थी कि बस सड़क पर पलट गई। स्कूल बस हादसे को देखकर लोगों में अफरा तफरी मच गई और बच्चों में चीख पुकार मच गई। लोगों ने बस से लहूलुहान बच्चों को निकालना शुरू किया।हादसे में मौके पर ही दो बच्चों और एक स्टाफ की मौत हो गई।
बस से निकाल कर घायल बच्चों को लोगों ने अपने वाहनों से अस्पताल पहुंचाया। कुछ देर में थाने से पुलिसकर्मी और एंबुलेंस भी मौके पर पहुंच गई। कई बच्चों की हालत गंभीर बताई जा रही है। जिन का इलाज अस्पताल में चल रहा है जिसके घर में जिसका बच्चा दुनिया से अलविदा कह गया हो उसके दिनों पर क्या गुजर रहे होगी। लेकिन कोई कुछ नहीं कर सकता होनी को जो मंजूर होता है वह होकर ही रहती है