रिपोर्टर-मोह्म्मद ज़ाकिर अंसारी हल्द्वानी
केंद्रीय मंत्री को जिला बार ने दी बार की आजीवन सदस्यता सांसद ने जताया जिला बार का आभार-इससे पहले देश गृह मंत्री पंडित गोविंद बल्लभ पंत व पूर्व मुख्यमंत्री एन डी तिवारी को भी मिल चुका है सम्मान।
शुक्रवार को अपने प्रस्तावित कार्यक्रम के तहत केंद्रीय मंत्री श्री अजय भट्ट जी जिला बार सभागार में पहुचे जहा जिला बार के पदाधिकारियो ने पुष्प गुच्छ व अंग वस्त्र देकर स्वागत किया कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुवे बार के अध्यक्ष नीरज साह व सचिव दीपक रुबाली ने केंद्रीय मंत्री को उनके उत्कृष्ट विधिक एवं सामाजिक जीवन के लिये जिला बार की आजीवन सदस्यता का प्रमाण पत्र प्रदान किया।
जिला बार के पदाधिकारियो ने कहा कि जिला बार केंद्रीय मंत्री को प्रमाण पत्र देते हुवे हर्ष की अनुभूति कर रही हैै वही केन्द्रीय मंत्री ने अपनेे संबोधन में कहा कि वे खुद एक अधिवक्ता और अधिवक्ताओ की परेशानी भली प्रकार से वाकिफ है कहा की बार के लिये जो भी संभव होगा वे अवश्य करेंगे जिला बार द्वारा दी गयी
आजीवन सदस्यता जो इससे पहले केवल देश के पूर्व गृह मंत्री पंडित गोविंद बल्लभ पंत व पूर्व मुख्यमंत्री स्व एन डी तिवारी को बार द्वारा दिया गया है को पाकर वह अपने को अति गौरवान्वित व कृतज्ञ महसूस कर रहे है केंद्रीय मंत्री ने जिला बार मे बार में विभिन्न कार्याे के लिये सांसद निधि से पांच लाख रुपये देने की घोषणा भी की।
इस दौरान विधायक सरिता आर्या, महामंत्री भावना मेहरा,प्रतिनिधि गोपाल रावत, अध्य्क्ष नीरज साह, सचिव दीपक रुबाली,उपाध्यक्ष संजय सुयाल, तरुण चंद्रा,उमेश कांडपाल, शिवांशु जोशी,किरन आर्य, राजेश त्रिपाठी, मनीष मोहन जोशी, राजेन्द्र कुमार पाठक, हरीश भट्ट, अरुण बिष्ट, फैजल साह, पंकज बिष्ट, प्रीति साह,सैफ अली,सुशील कुमार शर्मा, ओमकार गोस्वामी,डी के मुनगली,शरद साह, भुवन जोशी, पुलक अग्रवाल, मनीष भट्ट,बलवंत सिंह, थलाल सोहन तिवारी पोखरिया, महोम्मद अनीस,
अनिल हर्नवाल,रितेश सागर, कमल चिलवाल,मोहम्मद तय्यब,भरत भट्ट, अनिल बिष्ट,नवीन पंत,एम एस मेर,पूरन सिंह भाकुनी, कैलाश बलुटिया, नीलेश भट्ट,तस्लीम, रवि आर्या, एच एल आर्या,अनिल कुमार,ललित रावत, निर्मल कुमार,नीरज भैसोड़ा,भगवत जंतवाल, निखिल बिष्ट, हेमंत आर्या, मनोज लोहनी, विपिन पंत, शंकर चौहान, जया आर्या, वीरेंद्र कुमार, लक्षण खाती, सरिता बिष्ट, मुन्नी आर्या, मोहित लाल साह,गौतम कुमार आदि मौजूद रहे।