जयपुर में 3 सगी बहनों और 2 बच्चों की लाश कुएं में मिलने से पूरे गांव में गम का माहौल है । एक ही परिवार के 5 लोगों की लाश मिलने से गांव में हड़कंप मच गया। यह भी कहा जा रहा है कि इसमें से दो महिलाएं गर्भवती थी। कालू देवी, ममता देवी और कमलेश तीनों बहनें 25 मई को अपने बच्चों चार साल के हर्षित और एक माह के नवजात को साथ निकली थीं। 28 मई को पांचों की लाश नरेना सड़क मार्ग के पास एक कुएं में मिली। मृतकों के परिवार के अनुसार तीनों सगी बहनों की शादी एक ही घर में की गई थी। तीनों बहनें ससुराल में आएदिन मारपीट से प्रताड़ित थीं। उन्होंने बताया कि करीब एक हफ्ते पहले तीनों बहनों को ससुराल पक्ष ने प्रताड़ित कर घर से बाहर निकाल दिया था।ससुराल में मारपीट के कारण कालू देवी के सिर और आंख पर चोट लगी थी और अस्पताल में उसका इलाज करवाया गया था। पुलिस को आशंका है कि प्रताड़ना से तंग आकर तीनों बहनों ने बच्चों के साथ सामूहिक आत्महत्या कर ली है। मायके पक्ष के लोग इसे दहेज हत्या करार दे रहे हैं। उनका ये भी कहना है कि बहनों के लापता होने की शिकायत पुलिस दर्ज नहीं कर रही थी। ग्रामीणों का विरोध के बाद गुमशुदगी का मामला दर्ज किया गया लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। इसके बाद परिजन जब महिला आयोग पहुंचे तो स्थानीय विधायक बाबूलाल नागर ने उल्टा दबाव बनाना शुरू कर दिया। इस मामले को लेकर अब मीना समाज गुस्से में है। पुलिस और स्थानीय विधायक कैमरे के सामने कोई प्रतिक्रिया नहीं दे रहे हैं। अब देखना यह है आखिरकार क्या है इसकी सच्चाई इसमें किसका है हाथ पुलिस मामले की खोजबीन में जुट गई है।