कालाढूंगी। ऐतिहासिक कस्बा कालाढूंगी को पर्यटन क्षेत्र के रूप में कुमाऊं आयुक्त दीपक रावत अब नई पहचान दिलाएंगे। उन्होंने कालाढूंगी के इतिहास को पढ़कर इस तरफ अपने कदम बढ़ाने शुरू कर दिए हैं। केंद्र व राज्य सरकारों का पर्यटन क्षेत्रों को खोजकर उनको बढ़ावा देने पर फोकस है। इससे उत्तराखंड में पर्यटन गतिविधियों को बढ़ावा मिलने के साथ ही गाइड के रूप में कई लोग रोजगार से भी जुड़ सकेंगे। वहीं सरकार को भी राजस्व प्राप्त होगा। इसकी शुरुआत कुमाऊं आयुक्त दीपक रावत ने कालाढूंगी के नयागांव स्थित विश्व प्रसिद्ध कॉर्बेट वाटरफॉल से की है। कमिश्नर ने यहां पहुंचकर कॉर्बेट वाटरफॉल का आनंद लेने के साथ ही स्थलीय निरीक्षण भी किया। साथ ही उन्होंने कालाढूंगी रेंज अधिकारी अमित ग्वासाकोटी से कहा कि कॉर्बेट वाटरफॉल में पर्यटकों के लिए और बेहतर क्या हो सकता है, इसकी रिपोर्ट तैयार कर उन्हें भेजें। इस दौरान पूर्व नामित सभासद जाहिद हबीबी ने कॉर्बेट वाटफॉल के निकट स्वीमिंग पुल बनाने, कमल तालाब को पुनर्जीवित करने की मांग आयुक्त से की। आयुक्त ने कालाढूंगी क्षेत्र में पर्यटन स्थलों के बाबत जानकारी लेते हुए कहा कि कालाढूंगी एक ऐतिहासिक कस्बा है। यहां उत्तर भारत की प्रथम आयरन फाउंड्री है, जहां अंग्रेजी शासन में पत्थरों को गलाकर लोहा निकाला जाता था। क्षेत्र का लदुवागाड़ झरना, बाराती रौ झरना, बोर केनाल आदि ऐतिहासिक धरोहर हैं, जिनको विकसित करने का प्रयास किया जाएगा।
कालाढूंगी रेंज अधिकारी अमित ग्वासाकोटी ने आयुक्त को बताया कि यहां कॉर्बेट वाटरफॉल सहित धमोला में लदुवागाड़, चूनाखान में बाराती रौ, घटगड़ में फिरकी झरने हैं। इसमें घटगड़ व धमोला झरनों पर फिलहाल पर्यटन गतिविधि नहीं है। विश्वविख्यात जिम कॉर्बेट का घर जो अब संग्रहालय है, इसको भी देखने बहुत से पर्यटक आते हैं, जो कॉर्बेट टाइगर रिजर्व की देखरेख में संचालित होता है। साथ ही इसी संग्रहालय से लगा कॉर्बेट का बसाया गांव छोटी हल्द्वानी है, यहां भी पर्यटक आते हैं। जाहिद हबीबी ने संग्रहालय में पर्यटकों के लिए पार्किंग व छोटी हल्द्वानी गांव के विकास की बात आयुक्त के समक्ष रखी। इस दौरान आयुक्त ने कहा कि कालाढूंगी में स्थित ऐतिहासिक स्थलों को संवारने का काम किया जाएगा। वह खुद बहुत जल्द कालाढूंगी के सभी ऐतिहासिक स्थलों का निरीक्षण कर स्थिति का जायजा लेंगे। इस दौरान उनके साथ तहसीलदार प्रियंका रानी, कानूनगो जाहिद हसन, क्षेत्र पटवारी सुरेंद्र चौहान, मो, इमरान आदि राजस्व कर्मी उपस्थित रहे।