


रिपोर्टर, युसूफ वारसी

उत्तराखंड में कोविड-19 कोरोना वायरस संक्रमण के चलते पूरे देश में लॉकडाउन की स्थिति बनी हुई है जिस वजह से लोगों में कोविड-19 को लेकर इतना भय पैदा हो गया है कि लोग बाहर निकलने में कतरा रहे हैं लोग ना तो ट्रेवल कर पा रहे हैं और ना ही बाजारों में खरीदारी को जा रहे हैं दूसरी ओर हल्द्वानी रोड पर चौराहे पर एक बस स्टेशन रोडवेज का है दूसरा बस स्टेशन केमू का है जिस का संचालन पहाड़ों के लिए होता है जो की जब से हमारे देश में कोविड-19 को लेकर लॉक डाउन की स्थिति बनी हुई है तब से लेकर आज तक केमू गाड़ी का संचालन बंद है चौराहे पर जितने भी दुकानदार हैं चाहे वह किराना पर चुनी वाले हो सलून वाले हो होटल गेस्ट हाउस वाले हो या फिर रेस्टोरेंट वाले हो सब का कारोबार एकदम चौपट है।
सबके सामने रोजी-रोटी का गहरा संकट है जब हमने वहां मौजूद चौराहे पर बागेश्वर रेस्टोरेंट होटल मालिक साधु से बात की तो वह कैमरे के सामने तो कुछ बोले नहीं मगर उन्होंने हमें बताया यहां चौराहे में 8 या 10 खाने के होटल है जो कि सब के सब बंद हैं सिर्फ एक दो ही होटल चालू है पहाड़ वाली गाड़ी न चलने से पैसेंजर ना आने की वजह से हमारा खाना रोज बर्बाद हो जाता है हम गरीब आदमी है रोज रोजी रोटी खाने कमाने वाले लोग हैं आखिर हमारी फरियाद कौन सुनेगा और हम अपने मन की बात किसे बताएं जब तक पहाड़ों में सवारी गाड़ी का आना जाना पूरी तरह से शुरू नहीं होगा तब तक हमारे सामने व हमारे बच्चों के सामने रोजी रोटी का गहरा संकट मंडराता रहेगा इसलिए हम सब लोगों की सरकार से यह विनती है कि हमारी बात को तत्काल ध्यान में रखते हुए पहाड़ों में गाड़ियों का संचालन जल्द से जल्द शुरू करवाया जाए और हमारी परेशानी का हल हो सके।
