बरेली- (इरशाद रज़ा) बरेली मंडल के जिला पीलीभीत में शनिवार को जनपद अल्पसंख्यक कांग्रेस के प्रदेश चेयरमैन जनाब शाहनवाज आलम साहब के निर्देशानुसार स्थानीय कलेक्ट्रेट में जिलाधिकारी पीलीभीत के माध्यम से महामहिम राष्ट्रपति महोदया के नाम संबोधित ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन के माध्यम से राष्ट्रपति से मांग की गई की संसद के विशेष सत्र में कानून मंत्रालय द्वारा 19 सितंबर 2023 को नए संसद भवन के उद्घाटन समारोह में सांसदो को जो संविधान की प्रतियाँ बाँटी गई उसमें दुर्भावनापूर्ण बदलाव कर प्रस्तावना से धर्मनिरपेक्ष एवं सेकुलर शब्द हटा दिया गया था। संविधान की प्रस्तावना को भारतीय संविधान का हृदय और आत्मा माना जाता है इसकी मूल संरचना में कोई बदलाव नहीं किया जा सकता है।
कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल का यह कृत्य संविधान विरोधी है।
इसलिए राष्ट्रपति महोदया हम आपसे अपेक्षा करते हैं संघ की कार्यकारी शक्ति राष्ट्रपति में निहित होती है। इसलिए हम आपसे उम्मीद करते हैं कि आप इस विषय में आवश्यक हस्तक्षेप कर संविधान की सुरक्षा का भरोसा देश को दिलाएंगे। यह कार्यक्रम अल्पसंख्यक कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष अनवर अनीस के मार्गदर्शन में एवं जिला/शहर अल्पसंख्यक कांग्रेस के तत्वाधान में आयोजित किया गया।
आज ज्ञापन कार्यक्रम में प्रमुख रूप से अल्पसंख्यक कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष व बरेली मंडल प्रभारी अनवर अनीस,अल्पसंख्यक के कांग्रेस के प्रदेश सचिव व पीलीभीत प्रभारी मजहर अली, अल्पसंख्यक के कांग्रेस के जिला अध्यक्ष इश्तियाक अहमद अंसारी, अल्पसंख्यक कांग्रेस के शहर अध्यक्ष सिद्दीक अहमद उस्मानी, एनएसयूआई के जिला अध्यक्ष राजेश वर्मा, संदीप गंगवार, मोहम्मद सादिक अल्वी, रईस अहमद, मोहम्मद नदीम अलवी, तहसीम उस्मानी, मोहम्मद आरिफ खान, मोहम्मद शमी, मोहम्मद नोमान,फैसल खान, मोबिन कुरैशी, रईस अहमद, मोहम्मद सलीम सहित दर्जनों कार्यकर्ता साथ थे।