रिपोर्टर समी आलम
भाजपा ने आज लोकसभा चुनाव के लिए ‘संकल्प पत्र’ जारी किया जिसमें विभिन्न सवालों पर ‘मोदी की गारंटी’ दी गई है। लेकिन भाजपा और प्रधानमंत्री मोदी ये नहीं बता पा रहे हैं कि दस साल पहले 2014 के चुनाव में जो गारंटी मोदी जी ने दी थी उनका क्या हुआ, 2019 की गारंटी का क्या हुआ – अच्छे दिन, हर वर्ष 2 करोड़ रोजगार, विदेशों से काले धन की वापसी, मंहगाई पर रोक, महिला सुरक्षा, 2022 तक 100 स्मार्ट सिटी, किसानों की आय दुगनी, सबके लिए पक्का मकान, सबके लिए बिजली और पानी, 10 विश्वस्तरीय विश्वविद्यालय और 2022 तक विकसित राष्ट्र आदि आदि- ये सब गारंटी तो पूरी हुई नहीं अब मोदी जी उसको भुलाकर नई गारंटी लेकर आए हैं। 2022 तक भारत को विकसित देश बनाने की गारंटी को चुपचाप 25 साल आगे धकेल दिया गया है और अब ‘संकल्प पत्र’ में 2047 तक विकसित देश की नई गारंटी पेश की गई है।
इस लोकसभा चुनाव में सबसे पहले मोदी सरकार को पिछले दस साल की गारंटियों का हिसाब देश की जनता को देना चाहिए, उसके बाद नई गारंटी देने की बात करनी चाहिए। असल में आज भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व द्वारा पेश ‘संकल्प पत्र और मोदी गारंटी’ और कुछ नहीं देश की जनता के सामने एक नया जुमला भर है। देश की जनता मोदी जी की कथित गारंटियों और उस पर भाजपा की वादाखिलाफी को पिछले दस साल से देख रही है। देश की जनता मोदी जी के भुलावे में इस बार आने वाली नहीं है और इसलिए इस बार मोदी को सरकार से बेदखल करने के लिए जनता मोदी जी को ‘हटाने की पक्की गारंटी’ देने को देश भर में तैयार है।