रिपोर्टर- मोहम्मद ज़ाकिर अंसारी हल्द्वानी
- ऑल इंडिया स्कीम वर्कर्स फेडरेशन के पहले राष्ट्रीय सम्मेलन के लिए आशा आंगनबाड़ी वर्कर्स पटना रवाना
- “बेहतर मजदूरी, नियमित काम, लड़कर लेंगे सामाजिक सुरक्षा और सम्मान” नारे के साथ हो रहा है राष्ट्रीय सम्मेलन
- राष्ट्रीय सम्मेलन के प्रतिनिधियों में उत्तराखण्ड राज्य से 26 प्रतिनिधि
“9-10 सितम्बर 23 को पटना में हो रहे ऐक्टू से संबद्ध ऑल इंडिया स्कीम वर्कर्स फेडरेशन (AISWF) के पहले राष्ट्रीय सम्मेलन के लिए उत्तराखण्ड से भी 26 प्रतिनिधि शामिल होने निकल चुके हैं। इस राष्ट्रीय सम्मेलन में सरकारी स्कीमों में कार्यरत आशा, आंगनबाड़ी, भोजनमाता जैसी महिला कामगार जो खुद सरकार के शोषण का शिकार हैं के राष्ट्रव्यापी संगठन का निर्माण किया जायेगा। राज्य के विभिन्न जिलों से ऐक्टू से संबद्ध उत्तराखण्ड आशा हेल्थ वर्कर्स यूनियन और उत्तराखण्ड आंगनबाड़ी कर्मचारी यूनियन के प्रतिनिधि स्कीम वर्कर्स के कुल 26 प्रतिनिधि राष्ट्रीय सम्मेलन में शामिल हो रहे।” यह जानकारी ट्रेड यूनियन ऐक्टू के प्रदेश उपाध्यक्ष डा कैलाश पाण्डेय ने दी।
उत्तराखण्ड आशा हेल्थ वर्कर्स यूनियन की अध्यक्ष कमला कुंजवाल ने कहा कि, यह राष्ट्रीय सम्मेलन “बेहतर मजदूरी, नियमित काम, लड़कर लेंगे सामाजिक सुरक्षा और सम्मान” नारे के साथ हो रहा है जिसमें स्कीम वर्कर्स को सरकारी कर्मचारी का दर्जा, 26000 रूपये मासिक वेतन और सेवानिवृत्ति पर पेंशन और सरकारी स्कीमों का निजीकरण बंद करने, स्कीमों में सरकारी बजट बढ़ाने जैसे सवालों पर देशव्यापी आन्दोलन की रणनीति बनाई जायेगी।”
उत्तराखण्ड आंगनबाड़ी कर्मचारी यूनियन की अध्यक्ष दीपा पाण्डेय ने कहा कि, “खुद सरकारी रिपोर्टें बता रही हैं कि जबसे स्कीम वर्कर्स स्वास्थ्य, बाल विकास, शिक्षा समेत विभिन्न विभागों की योजनाओं और अभियानों को चला रही हैं तब से बाल मृत्यु दर में कमी आई है, महिला एवं बच्चों के कुपोषण पर रोक लगी है लेकिन इन महिला कामगारों को कर्मचारियों को मिलने वाले लाभ तो छोड़ दीजिए सम्मानजनक मानदेय तक प्राप्त नहीं होता है। और जो मानदेय उन्हें मिलता भी है उसके लिए भी उनको आठ-दस महीनों लंबे अंतराल तक तरसना पड़ता है। सरकारों की इसी मनमानी के खिलाफ और अपने अधिकारों को बुलंद करने के लिए स्कीम वर्कर्स राष्ट्रीय स्तर पर अपना संगठन बना रही हैं।”
पटना जाने वाले 26 सदस्यीय राज्य के प्रतिनिधिमंडल में उत्तराखण्ड आशा हेल्थ वर्कर्स यूनियन की अध्यक्ष कमला कुंजवाल, उत्तराखण्ड आंगनबाड़ी कर्मचारी यूनियन की अध्यक्ष दीपा पाण्डेय, आशा यूनियन की उपाध्यक्ष रीता कश्यप, सरस्वती पुनेठा, लीला ठाकुर, मीना आर्य, ममता पानू, कुलविंदर कौर, पदमा प्रथोली, रिंकी जोशी, हेमा बिष्ट, राधा नयाल,चंपा मेहता, बबीता, लीला बिष्ट, ज्योति उपाध्याय, मंजू जोशी, राधिका, मंजू देवी, उषा जोशी, आशा धामी, सुधा गोस्वामी, अन्नू, राधा केशी, ललित मटियाली आदि शामिल हैं।