रिपोर्टर-समी आलम
राज्य की डबल इंजन सरकार द्वारा सौंदर्यीकरण, अतिक्रमण के नाम पर व्यापारीयो के प्रतिष्ठानों को तोड़कर उनको उजाड़ने का काम किया जा रहा हैं। हल्द्वानी वासियों की असली माँग आई.एस.बी.टी, रिंगरोड हैं जिससे हल्द्वानी की ट्रैफ़िक व्यवस्था में सुधार आ सके और जो आईएसबीटी के लिए चयनित जगह गौलापार में थी वो बहुत ही आदर्श जगह थी परंतु सरकार द्वारा उस जगह में घात लगाकर उस जगह पर आईएसबीटी नहीं बनने दिया और फ़र्ज़ी मिठाई बटवाकर हल्द्वानी वासियों को झाँसे में रखा की आईएसबीटी दूसरे स्थान में बनेगा परंतु आज आईएसबीटी, रिंगरोड ना होने के कारण हमारे व्यापारियों को यह कष्ट झेलना पड़ रहा हैं। जिस प्रकार से शासन प्रशासन हावी हैं सत्ता पक्ष के केंद्रीय मंत्रीयो, वरिष्ठ विधायकों की बात नहीं सुन रहा हैं तो यह उदासीनता साफ़ दिख रही है और सरकार का तानाशाही रवैये से यह भी प्रतीत हो रहा है की डबल इंजन की सरकार अधिकारियों द्वारा संचालित की जा रही है जिसका प्रमाण हमे आज बाज़ार में देखने को मिल रहा है।