


रिपोर्टर-मुस्तजर फारूकी
कालाढूंगी। राजकीय महाविद्यालय कोटाबाग नैनीताल के एंटी ड्रग प्रकोष्ठ के तत्वाधान में छात्र छात्राओं के द्वारा नशा विनाश का आगाज है ।विषय को लेकर नुक्कड़ नाटक का आयोजन किया गया। यह नुक्कड़ नाटक ग्राम सयात के चौराहे पर किया गया । नुक्कड़ नाटक की विषय वस्तु यह रही कि एक नव दंपति है जो सुखद वैवाहिक जीवन जी रहा है ।तभी उनके घर में एक मित्र का प्रवेश होता है। मित्र विवाह की दावत मांगता है।
पत्नी यह चाहती है कि यह दावत घर पर ही हो । परंतु मित्र अपनी बातों के मकड़जाल में फंसा कर पति को बाहर ले जाने में सफल हो जाता है। वह पति को बाहर ले जाकर पति के लाख मना करने के बाद भी उसके साथ नशा करता है । और फिर रात को पति घर में आकर क्लेश करता है। द्वितीय दिवस में भी पति और दोस्त बाहर जाकर नशा करते हैं। फिर घर में कलेश होता है ।और यह प्रक्रिया रोज दृष्टिगोचर होने लगती है।
तभी पत्नी परेशान होकर डॉक्टर के पास जाती है, पुजारी के पास जाती है, बाबाओं के चक्कर में जाती है, डॉक्टर पत्नी को यह सलाह देते हैं कि वह अपने पति को नशा मुक्ति केंद्र में दाखिल कराए ।
तभी पत्नी को उसकी सहेली जो कि राजकीय महाविद्यालय कोटा बाग anti-drug प्रकोष्ठ के सक्रिय सदस्य हैं , वह मिलती है और वह यह वादा करती है कि वह उसके पति को समझाएं गी और समझाने में सफल भी होगी। अगले दिन सहेली के घर यह छात्रा आती है ,और उसके पति को नशे से होने वाली हानियों के बारे में विस्तार से बताती है। अपनी तमाम दलीलें उसे देती है। अपने तमाम अनुभव से अवगत कराती है ।राजकीय महाविद्यालय कोटाबाग anti-drug प्रकोष्ठ के तहत जो भी उस छात्रा ने सीखा है ,वह समस्त अनुभव वहां पर बताती है। इन सब बातों का असर यह होता है कि पति का हृदय परिवर्तन हो जाता है। वह नशे को छोड़ने की शपथ लेता है। और एक सुखद वैवाहिक जीवन जीने की सौगंध खाता है। नुक्कड़ नाटक मैं प्रमुख पात्रों में जितेश तिवारी ,बबीता बिष्ट ,प्रियंका गजरौला ,गुंजन पांडे ,रजनी , दीक्षा प्रमुख रहे ।
नुक्कड़ नाटक के दर्शक दीर्घा में ग्राम सयात के ग्रामीण ,राहगीर, प्राथमिक विद्यालय सयात के छात्र-छात्राएं ,उनके शिक्षक, राजकीय महाविद्यालय कोटाबाग का छात्रसंघ, राजकीय महाविद्यालय कोटाबाग के छात्र-छात्रा, प्राचार्य प्रोफेसर नवीन भगत ,नोडल अधिकारी डॉ हरीश चंद्र जोशी, डॉ दिनेश व्यास ,डॉ सुनीता बिष्ट , डॉक्टर विनोद कुमार उनियाल डॉक्टर बिंदिया राही सिंह, श्री भुवन चंद्र भट्ट, श्री गोधन सिंह प्रमुख रहे।

