लालकुआं निकटवर्ती क्षेत्र हल्दूचौड़ में सोमवार को सीबीएसई 12th बोर्ड परीक्षा परिणाम में हाईस्कूल के मेधावी विद्यार्थी भी निरनतर में फेल होने से आश्चर्यचकित व आक्रोशित हुए, इससे उनमें सीबीएसई बोर्ड व विद्यालय प्रबंधन के खिलाफ भारी गुस्सा हुआ, इससे आहत विद्यार्थियों ने विद्यालय परिसर में जमकर हंगामा किया, व विद्यालय प्रबंधन के खिलाफ नारेबाजी की तथा, उन्हें हिंदी मीडियम में पढ़ाने के साथ उचित मार्गदर्शन ना करने का आरोप लगाया। यहां विद्यार्थियों ने शिक्षकों पर भी आरोप लगाए की उन्होंने जब आज न्याय की गुहार लगाकर सहयोग की अपेक्षा की तो शिक्षकों ने गलत व्यवहार किया, वहीं शिक्षकों का कहना था, की यह सरासर गलत है, उन्होंने अपने स्तर से जो उचित माध्यम हो सकते है, उनके विषय मे बताया, पर बच्चे सुनने को तैयार नही है।
प्रधानाचार्य गनपत सिंह सेंगर का कहना है, की उन्होंने विद्यालय में उचित अनुशासन के साथ ही उचित शिक्षण व्यवस्था प्रदान की है, पर इंटरमीडिएट कॉमर्स विषय मे रिजल्ट आशा के विपरीत रहा।
उन्होंने बताया कि हाईस्कूल का रिजल्ट अच्छा रहा है, पर इंटरमीडिएट में रिजल्ट कम क्यों रहा यह वह भी नही समझ पा रहे है। उन्होंने कहा कि बच्चों को सीबीएसई के मानकों के हिसाब से अब प्रक्रिया करनी होगी, जिससे समस्या का हल हो सकेगा।
इधर परिजनों ने विद्यालय व शिक्षा विभाग पर आरोप लगाते हुए कहा कि आर्थिक रूप से कमजोर होने की वजह से यहां बच्चे का एडमिशन करवाया था, पर यहां उनके साथ ऐसा किया गया, जबकि उनके बच्चे दूसरे निजी विद्यालय में हाईस्कूल में टॉपर थे, पर यहां तो फेल कर दिया गया।
उन्होंने कहा कि कोई स्थानीय जनप्रतिनिधि भी उनका साथ नही दे रहा, जो केवल वोट के समय बड़े बड़े वायदे करते है, पर मुसीबत के समय साथ नही दे रहे है।
यहां जया चौधरी, खुशी बिष्ट, जया भट्ट, भूमिका गेडा, गुंजन सुयाल, योगिता मौर्या, मानसी, अक्षय कुमार, नवल जोशी, राकेश, सुजाता, दीपांशु, शुभम, सचिन, नितेश, खिलेश, अतुल, विजय, हिमांशु ने बताया कि वह पूर्व में मेधावी विद्यार्थी रहे है, पर अब उनको 12th की परीक्षा में फेल कर दिया, अब वह क्या करे, उनमे से कुछ का कहना था कि बच्चे न्याय न मिलने में कोई अनहोनी भी कर सकते है, जिसकी जिम्मेदारी शिक्षा विभाग की होगी।