


रिपोर्टर-मुस्तजर फारूकी
हल्द्वानी में सितारगंज के पूर्व विधायक नारायण पाल का 57 वां जन्मदिन तिकोनिया स्थित उनके कार्यालय में जोरशोर से मनाया गया। कार्यक्रम की शुरुआत पूनर्वा महिला समिति के रामलीला मंचन के
पद प्रचछालन से हुआ जिसमें नारायण पाल और उनकी पत्नी कामनी पाल, पाल कॉलेज के निदेशक निर्भय पाल और उनके भाई नकुल पाल ने किया।

साठ रूपये से शुरू किया अपने संघर्ष भरा जीवन
नारायण पाल ने बताया कि वैसे तो उन्होंने कई पड़ाव अपने जीवन में पार किये हैं जिसमें छात्र राजनीति से विधायक बनने का अवसर जनता ने दिया। उन्होंने बीते दिनों के अपने संघर्ष को बताया कि राजनीति और समाज सेवा से पहले उन्होंने 1982 में सेंचुरी पेपर मिल में 60 ₹ से अपने व्यवसाय से काम की शुरूआत की। जिसमें वह ठेकेदार रह चुके हैं। फिर इफको आवला में कारोबार, क्रेशर, ज़मीनो का काम से लेकर आज़ शिक्षा क्षेत्र में काम कर अपने संघर्ष भरी कहानी सुनाई।
वह कभी नहीं भूलते उन पलो को। पाल ने कहा बड़ा बनने के लिए पैसों की नहीं बल्कि काम करने के जज्बे और हिम्मत की जरूरत होती हैं। वह हमेशा युवाओं को काम करने की सलाह देते हैं जिससे वह अच्छी दिशा में बढ़ कर काम कर सकें।
पाल दो बार सितारगंज से विधायक रह चुके हैं। उन्होंने कहा संविधान के रचयिता भीमराव अम्बेडकर, पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई,पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय नारायण दत्त तिवारी, की छाप उनके मस्तिक में हमेशा रहती हैं तभी वह बेहतर कार्य कर पाते हैं।
अब नारायण पाल एजुकेशन ग्रुप के चेयरमैन हैं और हर रोज आम लोगों की मदद के लिए हमेशा आगे रहते हैं
जन्मदिन पर सम्मान कार्यक्रम भी
कार्यक्रम में महिला राम लीला में पात्र बने सभी कलाकारों को सम्मानित किया गया जहां पर सभी कलाकारों ने अपने अपने पात्रों के संवादो का मंचन किया। साथ ही कार्यक्रम में थाल सेवा, वन्दे मातरम पूनर्वा महिला समिति के सदस्यों को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में नारायण पाल के संघर्ष की कहानी को प्रोजेक्टर के माध्यम से दिखाया गया। कार्यक्रम में उद्योगपति, शिक्षाविद,खिलाडी, राजनीतिक हस्तियों के साथ ही सितारगंज, बाजपुर की जनता ने भी नारायण पाल को जन्मदिन की शुभकामनायें दी।
